क्रिकेट में बड़े-बड़े बल्लेबाजों को भी कई बार बिना खाता खोले पवेलियन लौटते देखा गया है। लेकिन इतिहास में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं जिन्होंने दर्जनों मैच खेले, रन बनाए, लेकिन कभी भी ‘डक’ का सामना नहीं किया। दरअसल ये रिकॉर्ड न सिर्फ मुश्किल है बल्कि क्रिकेट की दुनिया में एक अजूबा भी माना जाता है। चलिए जानते हैं आखिर इस लिस्ट में किन खिलाड़ियों का नाम शामिल है।
भारत का इकलौता ‘नो डक’ हीरो
दरअसल भारत के पूर्व बल्लेबाज यशपाल शर्मा इस खास क्लब का हिस्सा बनने वाले अकेले भारतीय हैं। उन्होंने अपने वनडे करियर में कुल 42 मैच खेले और 883 रन बनाए, जिसमें 4 हाफ सेंचुरी शामिल रहीं। उनका बेस्ट स्कोर 89 रन रहा। दिलचस्प बात ये है कि इतने मैचों में वो कभी भी शून्य पर आउट नहीं हुए। 1983 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रहे यशपाल की बल्लेबाज़ी में भले ही बहुत आक्रामकता न रही हो, लेकिन उनकी कन्सिस्टेन्सी और जिम्मेदारी से खेलने की आदत ने उन्हें इस रिकॉर्ड तक पहुंचाया।

जैक्स रूडोल्फ और पीटर क्रिस्टन
दरअसल जैक्स रूडोल्फ ने साउथ अफ्रीका के लिए 45 वनडे खेले और 1174 रन बनाए। उनका टॉप स्कोर 81 रन रहा और वे 6 बार नॉटआउट भी रहे। रूडोल्फ ने अपने पूरे करियर में एक बार भी शून्य पर आउट नहीं होकर यह दिखाया कि बल्लेबाजी सिर्फ आक्रामकता नहीं, स्मार्टनेस भी होती है। दूसरे साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज पीटर क्रिस्टन ने भी शानदार रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने 40 वनडे मैचों में 1293 रन बनाए, जिसमें 9 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 97 रन रहा और वे 6 बार नॉटआउट रहे। क्रिस्टन ने केवल तीन साल के करियर में ही खुद को एक भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में साबित कर दिया और डक से दूरी बनाए रखी।
केप्लर वेसेल्स जो दो देशों से खेले लेकिन डक से बचे रहे
वहीं केप्लर वेसेल्स का नाम इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका दोनों देशों की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट खेला। अपने 10 साल के करियर में उन्होंने 109 वनडे मैच खेले और 3367 रन बनाए। उनके खाते में 1 शतक और 26 अर्धशतक हैं। वेसेल्स का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 107 रन रहा और वे 7 बार नॉटआउट रहे। इतने लंबे करियर के बावजूद उन्होंने कभी भी वनडे में डक नहीं देखा। ये बताता है कि उन्होंने कितनी कंसिस्टेंसी से प्रदर्शन किया, चाहे वह ऑस्ट्रेलिया के लिए रहा हो या साउथ अफ्रीका के लिए।