एजबेस्टन टेस्ट के दूसरे दिन मैदान पर एक अजीब विवाद खड़ा हो गया जब इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और कमेंटेटर डेविड लॉयड ने टीम इंडिया की बल्लेबाजी के दौरान बार-बार ब्रेक लेने को लेकर तीखा बयान दे दिया। खासतौर पर रवींद्र जडेजा के दो बार खेल रुकवाने पर उन्होंने कहा कि लोग ‘घास उगते देखने’ के लिए 10 हजार रुपये खर्च नहीं करते हैं। डेविड लॉयड ने अंपायर्स और ICC को इस मामले में सख्ती बरतने की सलाह दी है।
दरअसल डेविड लॉयड ने डेली मेल में अपने कॉलम के जरिए भारतीय बल्लेबाजों के बार-बार खेल रोकने को लेकर कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने लिखा है कि, “दूसरे दिन खेल शुरू हुए सिर्फ 15 मिनट हुए थे कि रवींद्र जडेजा ने हाथ में दर्द के कारण खेल रुकवा दिया, दवा ली और आराम किया। इसके करीब 40 मिनट बाद उन्होंने फिर ब्रेक लिया। ये सब देखकर अंपायर्स बेबस नज़र आए।”

यह समय की बर्बादी: डेविड लॉयड
वहीं डेविड लॉयड ने आगे कहा कि मैच के दौरान बार-बार ब्रेक से दर्शकों का अनुभव खराब होता है और समय की बर्बादी भी होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि चोट का इलाज मैदान के बाहर हो और बल्लेबाज को तब तक के लिए रिप्लेस किया जाए। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि “मेरे साथियों ने £85 (लगभग ₹10,000) इसलिए नहीं दिए कि वो खिलाड़ी को आराम करते देखें।” हालांकि आलोचनाओं के बावजूद भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा। भारत ने पहली पारी में 587 रन ठोक दिए।
अब तक का मैच का हाल?
जानकारी दे दें कि शुभमन गिल ने 269 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली और रवींद्र जडेजा ने उनके साथ 203 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की। रवींद्र जडेजा ने इस पारी में 89 रन बनाए जबकि यशस्वी जायसवाल ने 87 और वॉशिंगटन सुंदर ने 42 रनों का योगदान दिया। वहीं भारत की इस बड़ी पारी के जवाब में इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। दूसरे दिन स्टंप्स तक मेहमान टीम ने 77 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। भारतीय तेज गेंदबाजों ने शुरुआत से ही इंग्लिश बल्लेबाजी को दबाव में ला दिया।