इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा। टीम के मिडिल ऑर्डर की बल्लेबाजी भी सवालों के घेरे में रही। ऐसे में टीम मैनेजमेंट नंबर-6 पोजीशन पर एक मजबूत बल्लेबाज और भरोसेमंद विकेटकीपर की तलाश में है। जो टीम को मुश्किल स्थिति में से बाहर निकालने की क्षमता रखता हो। ध्रुव जुरेल इस रोल के लिए सबसे फिट नजर आते हैं। हालांकि वे नवंबर 2024 के बाद से प्लेइंग इलेवन से बाहर चल रहे हैं लेकिन अब जुरेल को अब मौका मिलने की पूरी उम्मीद है।
दरअसल ध्रुव जुरेल की सबसे बड़ी ताकत उनकी तकनीकी बल्लेबाजी और दबाव में शांत रहने की काबिलियत है। उन्होंने पिछले कुछ मुकाबलों में खुद को मैच विनर साबित किया है। हाल ही में इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ खेले गए दो अनौपचारिक टेस्ट मैचों में उन्होंने 94, नाबाद 53, 52 और 28 रन की पारियां खेली थीं। इन प्रदर्शनों ने सेलेक्टर्स को फिर से उन्हें मौका देने के लिए मजबूर कर दिया है। जुरेल जब क्रीज पर होते हैं, तो उनके स्ट्रोक्स में क्लास और कॉन्फिडेंस दोनों झलकता है। वह टेस्ट क्रिकेट के लिए जरूरी धैर्य और टाइमिंग के साथ-साथ पारी को गति देने की समझ भी रखते हैं। विकेटकीपिंग में भी वह लगातार बेहतर हो रहे हैं।

महेंद्र सिंह धोनी की याद दिला चुका है ये फिनिशर
दरअसल फरवरी 2024 में रांची टेस्ट के दौरान ध्रुव जुरेल ने 90 रनों की शानदार पारी खेली थी, जब भारत संकट में था। उन्होंने निचले क्रम के साथ साझेदारी कर टीम को हार से निकाला और जीत दिलाई। उस पारी के बाद क्रिकेट फैंस ने उनकी तुलना महेंद्र सिंह धोनी से करना शुरू कर दिया था। यही नहीं, उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का अवॉर्ड भी मिला था। अब तक खेले 4 टेस्ट मैचों में जुरेल 202 रन बना चुके हैं। उनका औसत 40.40 है और उन्होंने 8 कैच भी पकड़े हैं। उनके फर्स्ट क्लास करियर में 1462 रन, 1 शतक, 12 अर्धशतक और 70 विकेटकीपिंग डिसमिसल्स दर्ज हैं। IPL में भी उन्होंने खुद को साबित किया है, जहां उन्होंने 680 रन बनाए हैं और 19 कैच लिए हैं।
प्लेइंग XI में किसे मिलेगा मौका?
वहींदूसरे टेस्ट में करुण नायर की जगह ध्रुव जुरेल को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। करुण पहले टेस्ट में प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे थे, जबकि जुरेल नेट्स में और इंडिया-A मुकाबलों में शानदार फॉर्म में हैं। टीम मैनेजमेंट को एक ऐसे मिडिल ऑर्डर बैटर की तलाश है जो विकेटकीपिंग भी कर सके और जुरेल इस डबल रोल में पूरी तरह फिट बैठते हैं। इंग्लैंड में भारत को टेस्ट सीरीज जीते 18 साल हो चुके हैं और इस बार मौका है इतिहास बदलने का है। ऐसे में ध्रुव जुरेल जैसे खिलाड़ी की वापसी टीम इंडिया को मजबूती दे सकती है। अगर उन्हें मौका मिलता है, तो वह अकेले दम पर मैच का पासा पलटने की क्षमता रखते हैं।