भारत के कई बड़े खिलाड़ी इस समय आईपीएल के बड़े टूर्नामेंट में व्यस्त हैं। वहीं इस बड़े टूर्नामेंट के बाद भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस टेस्ट सीरीज में आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है। यह टेस्ट सीरीज कई मायनों में अहम है क्योंकि इस सीरीज के साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र की शुरुआत हो जाएगी। हालांकि यह न सिर्फ WTC के लिए, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी अहम होने वाली है, क्योंकि इसी सीरीज के साथ भारतीय टीम के नए टेस्ट कप्तान का ऐलान भी किया जाएगा।
हाल ही में टेस्ट सीरीज के टीम सिलेक्शन से पहले ही एक बड़ी जानकारी सामने आई है। दरअसल, एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस सीरीज में मोहम्मद शमी का खेलना मुश्किल है, जबकि जसप्रीत बुमराह भी पांच टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे।
मोहम्मद शमी का खेलना क्यों है मुश्किल?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को इस दौरे से बाहर रखने पर विचार कर रही है। दरअसल, बीसीसीआई को मेडिकल टीम द्वारा जानकारी दी गई है कि 34 साल के शमी अब लंबे स्पैल में गेंदबाजी करने के लिए फिट नहीं हैं। ऐसे में यह मुश्किल है कि वह पूरे 5 टेस्ट मैच खेल पाएं। माना जा रहा है कि चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर भारतीय टीम में फिट गेंदबाजों को शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं, जो लंबे समय तक खेल सकें और जरूरत पड़ने पर लंबे स्पैल में गेंदबाजी भी कर सकें।
जसप्रीत बुमराह का पांच टेस्ट मैच खेलना मुश्किल?
वहीं दूसरी ओर जसप्रीत बुमराह पहले ही बीसीसीआई को यह जानकारी दे चुके हैं कि वह तीन टेस्ट मैचों से ज्यादा नहीं खेल सकेंगे। इसलिए सेलेक्शन कमेटी के सामने अब सबसे बड़ी परेशानी गेंदबाजों को लेकर हो रही है। दरअसल, अब टीम को ऐसे गेंदबाजों की तलाश है जो पांच टेस्ट मैचों में लगातार गेंदबाजी कर सकें। बता दें कि इससे पहले एक रिपोर्ट में यह भी सामने आया था कि बीसीसीआई टीम के कप्तान के रूप में ऐसे खिलाड़ी को देख रही है जो आने वाले सभी मुकाबले खेल सके।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को जानकारी दी है कि मोहम्मद शमी आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए चार ओवर गेंदबाजी कर रहे हैं, लेकिन बोर्ड और चयनकर्ताओं को इस बात की जानकारी नहीं है कि वह 10 ओवर से ज्यादा गेंदबाजी नहीं कर सकते। दरअसल, इंग्लैंड में तेज गेंदबाज हमेशा से ही डिमांड में रहे हैं, ऐसे में भारतीय टीम को अब मजबूत गेंदबाजों की जरूरत है।





