भारतीय तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। विजय हजारे ट्रॉफी में झारखंड की टीम, जिससे वह खेलते थे, टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इसके बाद वरुण ने संन्यास का फैसला किया। बता दें कि रणजी ट्रॉफी 2023-24 के सीजन में उन्होंने आखिरी बार रेड बॉल क्रिकेट खेला था, जिसके बाद उन्होंने संन्यास का ऐलान किया था।
इसके साथ ही, वरुण ने व्हाइट बॉल फॉर्मेट से भी संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने 2024-25 के विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट में चार मैचों में तीन विकेट लिए थे। संन्यास की जानकारी वरुण ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से दी।
संन्यास पर क्या कहा?
दरअसल, वरुण एरोन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर लिखा, “मैं पिछले 20 साल से तेज गेंदबाजी कर रहा हूं। अब मैं आधिकारिक तौर पर क्रिकेट से संन्यास लेता हूं। इन सालों में मैंने अपने करियर में कई गंभीर चोटों से उबरने के लिए शारीरिक और मानसिक तौर पर काफी मेहनत की है। हर बार मैंने वापसी की है और इसके लिए मैं अपने फिजियो, ट्रेनर और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) का धन्यवाद करता हूं।” आगे लिखते हुए वरुण एरोन ने कहा, “अब मैं अपने जीवन की छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेना चाहता हूं, लेकिन खेल से जुड़ा रहूंगा, जिसने मुझे सब कुछ दिया है। तेज गेंदबाजी मेरा पहला प्यार है और यह मेरे जीवन का हमेशा हिस्सा रहेगा।”
कैसा रहा वरुण एरोन का करियर?
बता दें कि वरुण एरोन ने भारत के लिए इंटरनेशनल मैच भी खेले हैं। उन्होंने भारत के लिए 9 टेस्ट और 9 वनडे मैच खेले। वरुण ने 2011 में भारत के लिए डेब्यू किया था और अपना पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। वरुण का फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर शानदार रहा है। उन्होंने 66 मैचों में 33.27 की औसत से 173 विकेट लिए। वहीं, इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने 9 टेस्ट मैचों में 18 विकेट और 9 वनडे मैचों में 11 विकेट अपने नाम किए।