ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ग्राउंड में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच को लेकर अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम ने मैदान की खराब स्थिति पर कड़ी नाराजगी जताई है। दरअसल गीली आउटफील्ड के कारण पहले दिन का खेल बिना एक भी गेंद डाले ही रद्द करना पड़ा, जिसके चलते अफगानिस्तान के खिलाड़ी और मेनेजमेंट असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने इस अव्यवस्था पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के एक उच्च अधिकारी ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ से बातचीत के दौरान साफ कहा कि भविष्य में वे ग्रेटर नोएडा में खेलने पर विचार नहीं करेंगे। वहीं अधिकारी ने जोर देकर कहा कि उनकी प्राथमिक पसंद ग्रेटर नोएडा नहीं, बल्कि लखनऊ थी, लेकिन मजबूरी में उन्हें यहां खेलना पड़ा।
हम भविष्य में यहां खेलने नहीं आएंगे: अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड
जानकारी के अनुसार अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी ने मैदान की व्यवस्थाओं पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि, “मैदान की देखरेख और मेनेजमेंट बेहद निराशाजनक है।” उन्होंने कहा कि “खिलाड़ियों को दी गई ट्रेनिंग सुविधाएं भी मानकों से काफी नीचे हैं, जिससे हमारे खिलाड़ियों को भारी असुविधा हो रही है। ऐसी परिस्थितियों में हम भविष्य में यहां खेलने नहीं आएंगे।”
गीली आउटफील्ड मैच में बनी बाधा
बता दें कि सोमवार, 9 सितंबर को इस टेस्ट मैच का पहला दिन खेला जाना था, लेकिन गीली आउटफील्ड के चलते पूरे दिन का खेल रद्द करना पड़ा। भले ही मैच के दिन बारिश नहीं हुई थी, लेकिन एक दिन पहले हुई बारिश के कारण मैदान इतना गीला हो गया था, कि उसे समय पर खेलने लायक नहीं बनाया जा सका। जिसके चलते इस अव्यवस्था से अफगानिस्तान टीम के अधिकारी और खिलाड़ी बेहद निराश दिखाई दिए और इसे लेकर उन्होंने यहां भविष्य में खेलने से असहमति जताई है।
दरअसल ग्रेटर नोएडा में खेला जा रहा पहला टेस्ट मैच ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ग्राउंड पर आयोजित किया गया है। हालांकि इससे पहले यहां वनडे और टी20 मुकाबले भी हो चुके हैं, लेकिन टेस्ट मैच के लिहाज से यह मैदान अब तक मानकों पर खरा नहीं उतरा है। ऐसे में मैच शुरू होने से पहले ही मैदान की हालत और प्रबंधन पर सवाल उठाए गए थे जो अब आयोजकों के लिए गंभीर चुनौती बनकर उभरे हैं।