भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए चौथे T20 मैच में भारत ने 15 रन से इंग्लैंड को हरा दिया और 5 मैचों की T20 सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली। लेकिन इस जीत के बाद टीम के खिलाड़ी हर्षित राणा और गौतम गंभीर के साथ-साथ बीसीसीआई पर भी बेईमानी का आरोप लगाया जा रहा है। दरअसल, टीम के हीरो रहे हर्षित राणा को शिवम दुबे की जगह रिप्लेसमेंट के रूप में शामिल किया गया था, लेकिन सोशल मीडिया पर अब टीम इंडिया पर बेईमानी का आरोप लगाया जा रहा है।
भारतीय टीम पर कन्कशन सब्सीट्यूट रूल के उल्लंघन का आरोप लगा है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि भारतीय टीम और हेड कोच ने आईसीसी के इस नियम का उल्लंघन किया और मैच में बेईमानी की।

जानिए क्या है आईसीसी कन्कशन रूल
अगर आईसीसी के कन्कशन रूल को समझा जाए तो, यदि कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसकी जगह कोई अन्य खिलाड़ी रिप्लेस किया जा सकता है। लेकिन नियम के मुताबिक, यदि कोई ऑलराउंडर, बैट्समैन या बॉलर चोटिल होता है, तो उसकी जगह उसी स्थान का खिलाड़ी रिप्लेस किया जाना चाहिए। यानी, यदि कोई ऑलराउंडर चोटिल होता है तो उसकी जगह ऑलराउंडर को ही रिप्लेस किया जा सकता है। लेकिन भारत और इंग्लैंड के इस मैच में शिवम दुबे की जगह फुल टाइम गेंदबाज हर्षित राणा को टीम इंडिया द्वारा रिप्लेस किया गया। ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि जब शिवम दुबे एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं, तो उनकी जगह ऑलराउंडर को ही रिप्लेस किया जाना चाहिए था। टीम इंडिया पर आईसीसी के नियम के उल्लंघन का आरोप लगाया जा रहा है।
इस वजह से लग रहा यह गंभीर आरोप
दरअसल, आईसीसी के कन्कशन सब्सीट्यूट नियम के मुताबिक, यदि किसी खिलाड़ी को रिप्लेस करना पड़ता है, तो मैच रेफरी तब ही उसे रिप्लेस करने की अनुमति देता है जब यह ‘लाइक फॉर लाइक’ रिप्लेसमेंट हो। इसके अलावा, यह नियम तभी लागू किया जा सकता है जब किसी खिलाड़ी को सिर या गर्दन के आसपास चोट लगी हो और रिप्लेसमेंट से पहले मेडिकल टीम द्वारा उसकी जांच की गई हो। इसके बाद ही टीम मैनेजमेंट को रिप्लेसमेंट के लिए मैच रेफरी से मंजूरी मिलती है।इस मैच के बाद भारतीय टीम पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बेईमानी की है, क्योंकि हर्षित राणा एक फुल टाइम गेंदबाज हैं, जबकि शिवम दुबे एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं।