एक तरफ जहां विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, तो वहीं दूसरी ओर भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने बड़े बदलाव लाने की तैयारी कर ली है। एक रिपोर्ट की मानें तो गौतम गंभीर ने बीसीसीआई से टीम के सभी मामलों पर पूरा कंट्रोल मांगा है। हेड कोच भारतीय टीम से सुपरस्टार कल्चर को खत्म करना चाहते हैं, जिसके लिए उन्होंने 10 नियमों का एक सेट तैयार किया है। इस सेट में खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने और मैदान के भीतर सही व्यवहार करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, गौतम गंभीर ही वह व्यक्ति हैं जिनके कारण रणजी ट्रॉफी के बीते सीजन में कई बड़े खिलाड़ी खेलते हुए दिखाई दिए थे। गौतम गंभीर ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की सीरीज के बाद कई तरह के बदलाव किए थे। हालांकि बीसीसीआई ने यह तय किया था कि अब हर खिलाड़ी को रणजी ट्रॉफी में अपनी टीम से खेलना अनिवार्य होगा।

अब टीम पर रहेगा हेड कोच का कंट्रोल?
हेड कोच गौतम गंभीर का लक्ष्य भविष्य में भारतीय टीम को और मजबूत बनाना है। दरअसल, इंग्लैंड के महत्वपूर्ण दौरे से पहले भारतीय टीम के दो दिग्गज रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट से संन्यास ले लिया। ऐसे में अब एक या दो हफ्तों में इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया जा सकता है। गौतम गंभीर ने चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर से युवा खिलाड़ियों पर फोकस करने की बात कही है। हालांकि कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया जा रहा है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास लेने का कारण गौतम गंभीर हैं।
कौन दे सकता है गंभीर के फैसले को चुनौती?
अब हेड कोच गौतम गंभीर टीम पर पूरा कंट्रोल चाहते हैं। रिपोर्टों की मानें तो टीम से जुड़े हर फैसले में उनकी भूमिका जरूरी हो सकती है। रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में हार के बाद और ऑस्ट्रेलिया में मिली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की हार के चलते गंभीर ने बोर्ड से पूरी आज़ादी मांगी है। हालांकि गौतम गंभीर के फैसलों को जसप्रीत बुमराह द्वारा चुनौती दी जा सकती है, लेकिन शुभमन गिल द्वारा नहीं। बता दें कि शुभमन गिल इस समय युवा खिलाड़ियों में गिने जाते हैं, जबकि जसप्रीत बुमराह के पास अनुभव है। ऐसे में गौतम गंभीर अनुभव वाले खिलाड़ियों से बातचीत कर सकते हैं।