चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल को कोई नहीं भूल सकता है। दरअसल भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। जीत के साथ ही टीम इंडिया ने 12 साल बाद फिर से चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। इसके साथ ही आप यह भी जानते होंगे कि सबसे ज्यादा रन बनाने में न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र सबसे आगे रहे। बता दें कि रचिन ने टूर्नामेंट में दो शानदार सेंचुरी के साथ कुल 263 रन बनाए। जिसके चलते उन्हें ‘गोल्डन बैट’ से नवाजा गया।
जबकि गेंदबाजी में भी न्यूजीलैंड के मैट हेनरी ने बाजी मारी और ‘गोल्डन बॉल’ अपने नाम की। हालांकि इस बड़े टूर्नामेंट में भारत की तरफ से श्रेयस अय्यर ने शानदार प्रदर्शन किया और 243 रन बनाए और विराट कोहली ने 218 रन जोड़े।

क्या गोल्डन बैट सच में सोने का बना होता है?
लेकिन सवाल है कि क्या गोल्डन बैट असली सोने का होता है? तो जवाब है, नहीं। दरअसल चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी को जो बैट दिया जाता है, वो असली सोने का नहीं होता। इसे सिर्फ सोने जैसा रंग देकर बनाया जाता है ताकि देखने में स्पेशल लगे। असली सोने का बैट बनाना बहुत महंगा और भारी पड़ सकता है। ऐसे में असल में ये अवॉर्ड खिलाड़ी के शानदार प्रदर्शन की पहचान के तौर पर दिया जाता है। और इस बार रचिन रविंद्र ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से सबका दिल जीतकर ये अवॉर्ड अपने नाम किया है।
पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया ने शानदार खेल दिखाया
दरअसल टीम इंडिया ने पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त खेल दिखाया। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को सेमीफाइनल में हराया और फिर फाइनल में न्यूजीलैंड को मात दी। याद दिला दें कि विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों ने अहम मौके पर बेहतरीन प्रदर्शन किया। वहीं न्यूजीलैंड की टीम भी पीछे नहीं रही। रचिन रविंद्र और मैट हेनरी ने अपने दमदार खेल से फैंस का दिल जीत लिया। भले ही न्यूजीलैंड को ट्रॉफी नहीं मिली, लेकिन व्यक्तिगत अवॉर्ड्स में उन्होंने भारत के खिलाड़ियों को हरा दिया।