दलीप ट्रॉफी के फाइनल राउंड की शुरुआत हो चुकी है। फाइनल राउंड में इंडिया-ए, इंडिया-बी, इंडिया-सी और इंडिया-डी की टीमें एक-दूसरे के खिलाफ मुकाबला कर रही हैं। दरअसल आखिरी राउंड के दोनों मैचों में जबरदस्त रोमांच देखने को मिल रहा है। जानकारी के अनुसार एक ओर शाश्वत रावत ने शानदार शतक जड़ते हुए इंडिया-ए को मजबूत किया, वहीं दूसरी तरफ संजू सैमसन की नाबाद 89 रनों की पारी ने इंडिया-डी को बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया है।
दरअसल इंडिया-ए और इंडिया-सी के बीच अनंतपुर के ए स्टेडियम में हो रहे मैच में इंडिया-ए की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही है। जानकारी के अनुसार इंडिया-सी के कप्तान ऋतुराज गायकवाड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया, जो पूरी तरह से सही साबित हुआ है। वहीं इस दौरान शाश्वत रावत के शतक की बदौलत इंडिया-ए ने 224/7 का कमजोर स्कोर खड़ा किया।
इंडिया-ए बनाम इंडिया-सी
वहीं इंडिया-ए की शुरुआत बेहद खराब होने के चलते टीम ने सिर्फ 36 रन पर अपने 5 महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए। जानकारी के अनुसार प्रमुख बल्लेबाजों में मयंक अग्रवाल (6 रन), तिलक वर्मा (5 रन), प्रथम सिंह (6 रन) और रियान पराग (2 रन) ने निराशाजनक प्रदर्शन किया। वहीं कुमार कुशाग्र भी बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए, जिससे टीम की हालत और गंभीर हो गई।
इंडिया-बी बनाम इंडिया-डी
वहीं अनंतपुर के बी स्टेडियम में खेले जा रहे इस मैच में इंडिया-बी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इसके साथ ही इंडिया-डी की शुरुआत बेहद सधी हुई रही, बता दें कि ओपनर्स देवदत्त पडिक्कल और केएस भरत ने शतकीय साझेदारी निभाई। पडिक्कल ने 50 रन बनाए, जबकि भरत ने 52 रन का योगदान दिया। इसके बाद उनके आउट होने के बाद रिकी भुई ने 56 रन की पारी खेली और निशांत सिंधु के साथ 54 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
दरअसल इंडिया-डी के कप्तान श्रेयस अय्यर एक बार फिर बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे और शून्य पर आउट होकर टीम को बड़ा झटका दे गए, लेकिन इसके बाद संजू सैमसन और सारांश जैन ने मिलकर टीम को संकट से उबारा। जानकारी के अनुसार सैमसन ने संयम से खेलते हुए नाबाद 89 रन बनाए और शतक के करीब पहुंचे, जबकि सारांश जैन ने भी 26 रन का योगदान देकर उनका अच्छा साथ दिया। दिन की समाप्ति तक इंडिया-डी ने 5 विकेट खोकर 306 रन बना लिए।