चेम्सफोर्ड के काउंटी ग्राउंड में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे अंडर-19 यूथ टेस्ट मैच में भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज विहान मल्होत्रा ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया। 18 साल के इस उभरते सितारे ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए मात्र 101 गेंदों में शतक जड़कर भारतीय पारी को मजबूती दी। यह इस दौरे पर विहान की दूसरी शतकीय पारी है, क्योंकि उन्होंने इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ यूथ वनडे सीरीज में भी शतक लगाया था। उनके साथ कप्तान आयुष म्हात्रे ने भी शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया, जिसने भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
विहान मल्होत्रा का दमदार शतक
विहान मल्होत्रा ने इस टेस्ट की पहली पारी में 123 गेंदों पर 120 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 19 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उनकी इस आक्रामक और तकनीकी रूप से मजबूत पारी ने इंग्लिश गेंदबाजों को खासा परेशान किया। विहान ने दूसरे विकेट के लिए कप्तान आयुष म्हात्रे के साथ 133 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने शुरुआती झटके के बाद भारतीय पारी को संभाला। उनकी इस पारी में गति, संयम और शॉट्स का चयन देखने लायक था, जिसने यह साबित कर दिया कि वह भविष्य के लिए एक बड़ा वादा हैं।
विहान का यह शतक कोई आश्चर्य नहीं है, क्योंकि उन्होंने इस दौरे पर पहले ही अपनी प्रतिभा का परिचय दे दिया था। इंग्लैंड के खिलाफ यूथ वनडे सीरीज के चौथे मैच में उन्होंने 121 गेंदों पर 129 रनों की शानदार पारी खेली थी, जिसमें 15 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उनकी यह निरंतरता और दबाव में रन बनाने की क्षमता उन्हें खास बनाती है।
कौन हैं विहान मल्होत्रा?
1 जनवरी 2007 को पटियाला में जन्मे विहान मल्होत्रा न केवल एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हैं, बल्कि दाएं हाथ के ऑफ-ब्रेक गेंदबाज भी हैं। उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें अंडर-19 स्तर पर एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाया है। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन और इस दौरे पर शतकीय पारियां विहान को भारतीय क्रिकेट के भविष्य के सितारे के रूप में स्थापित कर रही हैं। वैभव सूर्यवंशी जैसे युवा खिलाड़ियों के साथ उनकी दोस्ती भी चर्चा में रहती है, और दोनों मिलकर भारतीय अंडर-19 टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।





