भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर के मैदान पर शुरू होने जा रहा है। इस अहम मुकाबले में भारतीय तेज गेंदबाजी के धुरंधर जसप्रीत बुमराह पर सभी की निगाहें टिकी हैं। बुमराह इस सीरीज में अपनी शानदार गेंदबाजी से पहले ही सुर्खियां बटोर चुके हैं, और अब उनके पास मैनचेस्टर में एक ऐसा कारनामा करने का मौका है, जो न केवल भारतीय फैंस का सीना गर्व से चौड़ा करेगा, बल्कि उन्हें दिग्गज पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इमरान खान के रिकॉर्ड से भी आगे ले जाएगा।
इमरान खान का रिकॉर्ड तोड़ने का मौका
मैनचेस्टर टेस्ट में बुमराह के पास पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान का बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने का सुनहरा अवसर है। बुमराह ने इंग्लैंड की धरती पर अब तक चार बार पारी में पांच विकेट लिए हैं, जो इमरान खान के बराबर है। अगर वह मैनचेस्टर में एक और फाइव-विकेट हॉल लेते हैं, तो वह इंग्लैंड में सबसे ज्यादा फाइव-विकेट हॉल लेने वाले एशियाई तेज गेंदबाज बन जाएंगे। इसके साथ ही, वह विदेशी तेज गेंदबाजों की सूची में भी शीर्ष पर पहुंच जाएंगे। इतना ही नहीं, अगर बुमराह यह कारनामा करते हैं, तो वह 1982 के बाद मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बनेंगे।
बुमराह की शानदार फॉर्म
जसप्रीत बुमराह ने इस सीरीज में अब तक दो टेस्ट मैच खेले हैं और दोनों में उन्होंने पारी में पांच विकेट लेने का कमाल किया है। उनकी घातक यॉर्कर, सटीक लाइन-लेंथ और तेज गति ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया है। अब तक इस सीरीज में बुमराह ने 12 विकेट झटके हैं, जिसमें दो फाइव-विकेट हॉल शामिल हैं। उनकी इस फॉर्म को देखते हुए मैनचेस्टर टेस्ट में उनसे एक और धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। अगर बुमराह इस मैच में एक बार फिर पांच विकेट लेने का कारनामा करते हैं, तो वह न केवल फाइव-विकेट हॉल की हैट्रिक पूरी करेंगे, बल्कि एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लेंगे।
मैनचेस्टर की पिच बुमराह के लिए अनुकूल
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाती है। इस बार भी पिच पर घास होने की संभावना है, जो बुमराह जैसे गेंदबाज के लिए स्वर्णिम अवसर हो सकता है। बुमराह पहली बार इस मैदान पर टेस्ट क्रिकेट खेलने उतरेंगे, और उनकी गति, स्विंग और सटीकता इस पिच पर कहर बरपा सकती है। हालांकि, यह भी सच है कि बुमराह ने इस सीरीज में अपने कद के हिसाब से अभी तक वह प्रदर्शन नहीं किया, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। लेकिन मैनचेस्टर टेस्ट उनके लिए अपनी प्रतिभा को पूरी तरह दिखाने का मौका हो सकता है।





