इस समय साउथ अफ्रीका की टीम भारत दौरे पर है। दोनों टीमों के बीच पहले दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी, जिसे साउथ अफ्रीका की टीम ने 2–0 से अपने नाम किया था। वहीं टेस्ट सीरीज के बाद 30 नवंबर से भारत और साउथ अफ्रीका की टीम वनडे में आमने-सामने हुई है। 30 नवंबर को खेले गए पहले वनडे मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार जीत हासिल की थी। इस मुकाबले में विराट कोहली ने जबरदस्त शतक जड़ा था। जबकि दूसरा मुकाबला दोनों टीमों के बीच 3 दिसंबर को रायपुर के मैदान पर खेला गया था। इस मुकाबले में भी विराट कोहली ने जबरदस्त शतक जड़ा था, लेकिन इस मुकाबले को दक्षिण अफ्रीका की टीम ने अपने नाम दर्ज कर लिया था। वहीं अब दोनों टीमों के बीच तीसरा और अंतिम निर्णायक मुकाबला खेला जाएगा।
दोनों टीमें इस मुकाबले को जीतकर सीरीज जीतने की कोशिश करेंगी। वहीं इस मुकाबले से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के असिस्टेंट कोच रयान टेन डोइसे ने बड़ा बयान दिया है। टेन डोइसे ने कहा है कि भले ही टीम के अंदर निराशा की भावना हो सकती है, मगर भारतीय खिलाड़ी दबाव में खेलना अच्छे से जानते हैं।
टीम को दबाव में खेलने की आदत है: असिस्टेंट कोच रयान टेन डोइसे
दरअसल इस निर्णायक मुकाबले से पहले भारतीय टीम के कोच ने कहा कि जब परिणाम आपके खिलाफ होते हैं और प्रदर्शन का स्तर गिरने लगता है, तो स्वाभाविक रूप से आपके अंदर निराशा की भावना आती है। मगर भारतीय टीम को दबाव में खेलने की आदत है। दबाव टीम का पीछा नहीं छोड़ता है। जो तथ्य है कि सीरीज में निर्णायक मुकाबले का दबाव अलग होता है। हमारा ध्यान हमेशा बेहतर प्रदर्शन करने पर होता है और बढ़िया स्कोर बनाने और टारगेट को चेज़ करने पर होता है। जानकारी दे दें कि भारतीय टीम के कोच नीदरलैंड से आते हैं। रयान टेन डोइसे को बेहद अनुभवी कोचिंग में माना जाता है।
ड्यू बहुत बड़ा फैक्टर: रयान टेन डोइसे
पिछले मुकाबले को लेकर कोच का कहना है कि पिछले दोनों मुकाबलों में ड्यू बहुत बड़ा फैक्टर रही थी। तीसरे वनडे में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। ऐसे में इसे देखते हुए हमें निर्णय लेना होगा। हालांकि ड्यू ज्यादा होती है, इस चीज पर हमारा नियंत्रण नहीं होता है। हमें परिस्थितियों को देखना होता है और उसके अनुसार ढलना होता है। विशाखापट्टनम की बाउंड्री छोटी है और यह हाई स्कोरिंग ग्राउंड है। बता दें कि विशाखापट्टनम को हाई स्कोरिंग मैदानों में गिना जाता है। अब तक ओडीआई क्रिकेट के इतिहास में यहां सबसे बड़ा स्कोर 387 रन बना है, जिसे 2019 में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था। वनडे क्रिकेट के इतिहास में यहां चार बार 300 से ज्यादा का स्कोर बना है। तीन बार टीम इंडिया ने यह काम किया है। 2018 से लेकर अब तक टीम इंडिया ने तीन बार यहां 350 से भी ज्यादा का स्कोर खड़ा कर दिया है।





