दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। टोक्यो ओलंपिक्स में फ्री स्टाइल कुश्ती स्पर्धा में बजरंग पुनिया ने शनिवार को भारत की झोली में छठवा पदक कांस्य के रूप में डाला उन्होंने 65 किग्रा फ्री स्टाइल के कांस्य पदक मुकाबले में कजाकिस्तान के पहलवान को एकतरफा मुकाबले में 8-0 के अंतर से मात देकर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया, बजरंग पुनिया के इस मुकाबलें की तरफ देश की नजरें टिकी थी और उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।
पुरुष कुश्ती के 65 किग्रा वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया पहले ही राउंड में कजाकिस्तान के पहलवान दौलत नियाजबेकोव पर हावी हो गए थे। बजरंग ने पहले राउंड में दौलत नियाजबेकोव के खिलाफ 4—0 से बढ़त बना ली थी। इसके बाद उन्होंने 6—1 से बढ़त बनाई। आखिरकार बजरंग ने दौलत नियाजबेकोव 8—0 से हराकर कांस्य पदक जीत लिया है।
भारत को बजरंग पूनिया से गोल्ड या सिल्वर जीतने की उम्मीद थी। लेकिन सेमीफाइनल मुकाबले में अजरबैजान के पहलवान हाजी एलियेव से बजरंग 12—5 के अंतर से हार गए थे। इस मैच में बजरंग पहले ही राउंड में हाजी एलियेव से 1—4 से पिछड़ गए थे। हाजी ने उन्हें वापसी करने का मौका ही नहीं दिया। आखिरी पलों में बजरंग के कोच ने हाजी के दांव को चुनौती दी, लेकिन वह खारिज कर दी गई और बजरंग इस मुकाबले में हार गए। बजरंग पुनिया ने अपने अभियान की शुरुआत जीत के साथ की है। उन्होंने किर्गिस्तान के अरनाजर अकमातालिव को हराकर क्वार्टर फाइनल में एंट्री कर ली है। ये मुकाबला 3-3 से बराबर था, लेकिन बजरंग ने तकनीकी आधार पर जीत हासिल कर ली। बजरंग पूनिया दो बार के एशियाई चैंपियन हैं और उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता है।
वही अब नजरें जैवलिन थ्रो के फाइनल मुकाबले की तरफ है, इस मुकाबलें के भी रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है, क्योंकि क्वालिफिकेशन राउंड में भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम ने जैसा प्रदर्शन किया, उससे यह तय माना जा रहा है कि ये दोनों जैवलिन थ्रोअर मेडल के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे। इससे पहले दोनों ही खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई है। अब दोनों ही खिलाड़ी मेडल जीतने की पूरी कोशिश करेंगे।