इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान शुभमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। तीन टेस्ट मैचों के बाद गिल ने 101.17 के शानदार औसत से 607 रन बनाकर सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने हुए हैं। इस दौरान उन्होंने एक दोहरा शतक और दो शतक जड़े हैं। अब मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले चौथे टेस्ट में गिल के पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका है। अगर वह बचे हुए दो मैचों में 167 रन और बना लेते हैं, तो वह सुनील गावस्कर और यशस्वी जायसवाल जैसे दिग्गजों को पछाड़कर एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे।
गिल का शानदार प्रदर्शन
शुभमन गिल इस सीरीज में जिस तरह की बल्लेबाजी कर रहे हैं, वह भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है। पहले तीन टेस्ट में उन्होंने न केवल बड़े स्कोर बनाए, बल्कि मुश्किल परिस्थितियों में भी अपनी टीम को संभाला। एक दोहरा शतक और दो शतकों के साथ गिल ने इंग्लैंड की मजबूत गेंदबाजी को बखूबी जवाब दिया है। उनकी तकनीक, धैर्य और आक्रामकता का मिश्रण उन्हें इस सीरीज का सबसे चमकता सितारा बना रहा है। अब, जब सीरीज का चौथा टेस्ट मैनचेस्टर में शुरू होने जा रहा है, गिल की नजरें न केवल सीरीज में भारत की वापसी पर हैं, बल्कि व्यक्तिगत रिकॉर्ड तोड़ने पर भी हैं।
गावस्कर और जायसवाल को पछाड़ने का मौका
भारत के लिए एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के नाम है। उन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 774 रन बनाए थे, जिसमें चार शतक और तीन अर्धशतक शामिल थे। इस सूची में दूसरा स्थान यशस्वी जायसवाल का है, जिन्होंने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ ही 712 रन बनाए थे। गिल को जायसवाल को पीछे छोड़ने के लिए सिर्फ 106 रनों की जरूरत है, जो उनकी मौजूदा फॉर्म को देखते हुए बिल्कुल संभव है। अगर वह 167 रन और जोड़ लेते हैं, तो गावस्कर का ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी उनके नाम हो सकता है।
मोहम्मद यूसुफ का रिकॉर्ड भी दांव पर
गिल के पास एक और बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने का मौका है। पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ ने 2006 में इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज में 631 रन बनाकर एशियाई बल्लेबाजों का रिकॉर्ड कायम किया था। गिल को इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए केवल 25 रनों की जरूरत है। अगर वह मैनचेस्टर टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल कर लेते हैं, तो वह इंग्लैंड की धरती पर एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एशियाई बल्लेबाज बन जाएंगे।





