India vs England Women Under 19 T20 world cup : भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने टी20 विश्व कप का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। फाइनल मैच में टीम इंडिया ने 14 ओवर में 3 विकेट पर जीत हासिल कर ली। इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 68 रन बनाए थे। टीम इंडिया ने यह आसान लक्ष्य सात विकेट खोकर हासिल कर लिया।
बता दें कि टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। तितास साधु ने मैच की चौथी गेंद में ही लिबर्टी हेप को पवेलियन भेज दिया। वह अपना खाता भी नहीं खोल सकीं। साधु ने अपनी ही गेंद पर लिबर्टी का कैच पकड़ा। इसके बाद कप्तान ग्रेस और फियोना हॉलैंड ने इंग्लैंड की पारी को आगे बढ़ाया, लेकिन चौथे ओवर में अर्चना देवी ने दोनों को आउट कर इंग्लैंड को बैकफुट में डाल दिया। ग्रेस चार और हॉलैंड 10 रन बनाकर आउट हुईं। 16 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद इंग्लैंड की टीम दबाव में आ गई और इसका फायदा उठाकर भारतीय गेंदबाजों ने नियमित अंतराल में विकेट लिए। 22 रन के स्कोर पर इंग्लैंड का चौथा विकेट गिरा। सेरेन को तितास साधु ने क्लीन बोल्ड किया। इसके बाद चैरिस पैवले और मैकडोनाल्ड ने 17 रन की साझेदारी की। पैवले के आउट होने के साथ ही इंग्लैंड की आधी टीम पवेलियन लौट गई। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने नियमित अंतराल में विकेट निकाले और इंग्लैंड की टीम को 68 रन पर समेट दिया।
इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा 19 रन मेकडोनाल्ड ने बनाए। वहीं, एलेक्सा स्टोनहाउस और सोफिया ने 11 रन की पारियां खेलीं। हॉलैंड ने भी 10 रन बनाए। इन चारों के अलावा इंग्लैंड की कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाई। भारत के लिए तितास साधु, अर्चना देवी और पार्श्वी चोपड़ा ने दो-दो विकेट लिए। वहीं, मन्नत कश्यप, शेफाली वर्मा और सोनम यादव को एक-एक विकेट मिला। शेफाली वर्मा, ऋचा घोष और श्वेता सेहरावत जैसी स्टार खिलाड़ियों से भरी टीम इंडिया के लिए 69 रन का लक्ष्य बहुत आसान था, लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शानदार शुरुआत की।
भारतीय पारी के तीसरे ओवर में कप्तान शेफाली 15 रन बनाकर आउट हो गईं। अगले ही ओवर में श्वेता सेहरावत भी पांच रन बनाकर आउट हो गईं। 20 रन के अंदर भारत ने अपने दो सबसे अहम बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। श्वेता इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं, जबकि शेफाली तीसरे स्थान पर हैं। दो विकेट जल्दी गिरने के बाद भारतीय टीम दबाव में आ गई थी, लेकिन सौम्या तिवारी और गोंगडी त्रिशा की जोड़ी ने बेहतरीन साझेदारी की। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी की। हालांकि, गोंगडी त्रिशा भारत की जीत से ठीक पहले आउट हो गईं। उन्होंने 29 गेंद में 24 रन बनाए। अंत मे सौम्या तिवारी ने मैच खत्म किया। उन्होंने 37 गेंद में नाबाद 24 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए हेना बेकर, ग्रेस स्क्रीवेंस और एलेक्सा स्टोनहाउस ने एक-एक विकेट लिया।
गौरतलब है कि ICC ने पहली बार ही विमेंस का अंडर-19 वर्ल्ड कप आयोजित कराया। 20 ओवर फॉर्मेट में हो रहे टूर्नामेंट की मेजबानी साउथ अफ्रीका को मिली। इंग्लैंड को हराकर टीम इंडिया इस टूर्नामेंट की पहली चैंपियन बनी।
Congratulations to the Indian Team for a special win at the @ICC#U19T20WorldCup. They have played excellent cricket and their success will inspire several upcoming cricketers. Best wishes to the team for their future endeavours. https://t.co/BBn5M9abHp
Kudos to the India U19 team for winning the #U19T20WorldCup.This is a phenomenal achievement as our young cricketers have made the country proud. That the young players weren’t overawed by the big occasion speaks volume about their steely characters and temperament.
I invite @TheShafaliVerma and her victorious team to join us at the Narendra Modi Stadium, Ahmedabad and witness the third T20I on 1st February. This humongous achievement surely calls for a celebration.@BCCI@BCCIWomen
Women’s Cricket in India is on the upswing and the World Cup triumph has taken the stature of women’s cricket several notches higher. I am delighted to announce INR 5 crore for the entire team and support staff as prize money. This is surely a path-breaking year.
बेटियों ने भारत को पुन: गौरवान्वित किया!#U19T20WorldCup में इंग्लैण्ड पर शानदार जीत के लिए टीम इंडिया को हार्दिक बधाई!@TheShafaliVerma के नेतृत्व में टीम ने अपने अभूतपूर्व प्रदर्शन से हम सब देशवासियों का हृदय जीत लिया है।
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”