नई दिल्ली।
भारत के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी बापू नाडकर्णी का 86 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बापू के निधन की खबर से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई हैं। बापू के नाम एक टेस्ट में लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने का रिकॉर्ड है।आपको जानकर हैरानी होगी कि इस भारतीय खिलाड़ी के नाम लगातार सबसे ज्यादा मेडेन ओवर फेंकने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है जो आज तक अटूट है। भारत रत्न और क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर, मुंबई के पूर्व कप्तान मिलिंद रेगे सहित कई क्रिकेट हस्तियों ने नाडकर्णी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
4 अप्रैल 1933 को जन्में नाडकर्णी ने 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट दिल्ली में खेला था। उन्होंने 191 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिसमें 500 विकेट लेकर 8880 रन बनाए। उन्होंने भारत के लिए 41 टेस्ट में 1414 रन बनाए और 88 विकेट लिए.। 43 रन पर 6 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
नाडकर्णी बायें हाथ के बल्लेबाज और बायें हाथ के स्पिनर थे। वह मुंबई के शीर्ष क्रिकेटरों में शामिल थे। उन्होंने 191 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिसमें 500 विकेट लिये और 8880 रन बनाये।
नासिक में जन्मे नाडकर्णी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दिल्ली में 1955 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच भी इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 1968 में एमएके पटौदी की अगुवाई में आकलैंड में खेला था। उन्हें हालांकि लगातार 21 ओवर मेडन करने के लिये याद किया जाता है। मद्रास (अब चेन्नई) टेस्ट मैच में उनका गेंदबाजी विश्लेषण 32-27-5-0 था। उन्हें किफायती गेंदबाजी करने के लिये जाना जाता था। पाकिस्तान के खिलाफ 1960-61 में कानपुर में उनका गेंदबाजी विश्लेषण 32-24-23-0 और दिल्ली में 34-24-24-1 था।