Wed, Dec 24, 2025

क्या मैच हारने पर टीम को पैसों का भी नुकसान होता है? यह जानकर चौंक सकते हैं आप!

Written by:Rishabh Namdev
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IPL एक क्रिकेट टूर्नामेंट हि नहीं, बल्कि अरबों डॉलर का एक बिजनेस भी है। दरअसल हर मैच टीमों के लिए करोड़ों रुपये कमाने का मौका होता है। ऐसे में एक मुकाबला हारने पर न केवल पॉइंट्स का नुकसान होता है, बल्कि ब्रांड वैल्यू, टिकट बिक्री, स्पॉन्सरशिप और मीडिया रेवेन्यू पर भी जबरदस्त असर पड़ता है।
क्या मैच हारने पर टीम को पैसों का भी नुकसान होता है? यह जानकर चौंक सकते हैं आप!

आईपीएल 2025 की रेस अब अपने आखिरी पड़ाव पर है और हर टीम जीत के लिए अपना सब कुछ झोंक रही है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब कोई टीम मैच हारती है तो सिर्फ पॉइंट्स टेबल पर ही नहीं, उनकी कमाई पर भी बड़ा असर पड़ता है? दरअसल IPL एक तगड़ा कमाई वाला बिजनेस मॉडल बन चुका है, जहां हर मैच लाखों-करोड़ों में कमाई का जरिया होता है। हारने पर दर्शकों की दिलचस्पी घटती है, ऐसे में स्पॉन्सरशिप भी प्रभावित होती है और टिकट की बिक्री भी गिर जाती है।

दरअसल IPL सिर्फ एक खेल ही नहीं, बल्कि एक अरबों डॉलर की इंडस्ट्री है। BCCI के मुताबिक, IPL 2023 की ब्रांड वैल्यू 11.2 बिलियन डॉलर थी, जो 2024 में बढ़कर करीब 16.4 बिलियन डॉलर हो गई। वहीं IPL 2024 की व्यूअरशिप भी 620 मिलियन से ज्यादा रही, जिससे 350 बिलियन मिनट्स का वॉच टाइम दर्ज किया गया।

क्या मैच हारने पर टीम को पैसे का होता है नुकसान?

दरअसल हर फ्रेंचाइजी को BCCI से मिलने वाली कमाई में से हिस्सा मिलता है जैसे मीडिया राइट्स से करीब 40-50% और टिकट बिक्री से 80% तक हिस्सा टीम मालिकों को जाता है। इसके अलावा मर्चेंडाइज सेल, स्पॉन्सरशिप और सोशल मीडिया इनफ्लुएंस से भी कमाई होती है। जितनी ज्यादा टीम जीतती है, उतना ज्यादा फैन बेस और कमाई मिलती है। ऐसे में हार टीम की ब्रांड वैल्यू और कमाई दोनों को नुकसान पहुंचाती है। हालांकि IPL में किसी एक मैच की हार से सीधा आंकड़ा बताना मुश्किल है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक टीमों को लाखों से करोड़ों तक का नुकसान हो सकता है।

इन चीज़ो पर पड़ता है सबसे ज्यादा असर

इतना ही नहीं दरअसल जब कोई टीम लगातार हारती है तो फैंस का इंटरस्ट कम होने लगता है, जिससे मैच के टिकट नहीं बिकते और स्टेडियम खाली नजर आता है। इससे टिकट रेवेन्यू पर सीधा असर पड़ता है। दूसरा बड़ा नुकसान होता है स्पॉन्सरशिप पर। स्पॉन्सर्स उन्हीं टीमों पर दांव लगाना पसंद करते हैं जिनकी परफॉर्मेंस अच्छी हो और जो ज्यादा समय तक टूर्नामेंट में बनी रहें। हारने वाली टीमों के स्पॉन्सर डील्स या तो सस्ते हो जाते हैं या खत्म कर दिए जाते हैं।