खेल, डेस्क रिपोर्ट। दुनिया के बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक आयरलैंड के केविन ओ ब्रायन ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास की घोषणा की। 2006 में आयरिश टीम के लिए डेब्यू करने वाले ओ ब्रायन ने लगभग दो दशकों तक एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में आयरलैंड को एसोसिएट सदस्य से टेस्ट दर्जे की स्थिति तक पहुंचाने वाले पड़ाव में अहम भूमिका निभाई। ओ ब्रायन कई बल्लेबाजी रिकॉर्ड के साथ वनडे प्रारूप में आयरलैंड के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने 32.68 की औसत और 5.20 की इकॉनमी दर से 114 विकेट हासिल किए। उनके नाम 266 मैचों में 30 से अधिक की औसत से लगभग 6000 रन भी है।
आयरलैंड के दिग्गज ने सोशल मीडिया पोस्ट में अपनी संन्यास की घोषणा की। ओ ब्रायन ने अपने पोस्ट में कहा कि उन्हें आगामी टी20 विश्व कप में खेलने के बाद संन्यास लेने की उम्मीद की थी, लेकिन अवसरों की कमी के कारण उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया।
ओ ब्रायन ने ट्विटर पर लिखा, “आज मैं अपने देश के लिए 16 साल और 389 मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करता हूं। मुझे आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में अपना करियर खत्म करने की उम्मीद थी, लेकिन पिछले साल के विश्व कप के बाद से आयरिश टीम के लिए नहीं चुना गया, मुझे लगता है चयनकर्ता और प्रबंधन आगे बढ़ चुके हैं।”
उन्होंने कहा, मैंने आयरलैंड के लिए खेलने के हर मिनट का आनंद लिया है। मैदान पर कई दोस्त बनाए हैं और मेरे पास राष्ट्रीय टीम के साथ खेलने की बहुत सारी सुखद यादें हैं।
आयरलैंड के लिए ओ ब्रायन के पास अभी भी सबसे तेज आईसीसी क्रिकेट विश्व कप शतक का रिकॉर्ड है। 2011 में बैंगलोर में इंग्लैंड के खिलाफ उनकी अविश्वसनीय मैच जीतने वाली पारी भी शामिल है। बल्लेबाज ने 113 रनों की अपनी शानदार मैच विजयी पारी के दौरान 13 चौके और छह छक्के लगाए, जिससे महज 50 गेंदों में शतक पूरा किया जिसके दम पर आयरलैंड ने विशाल 328 रनों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया।