भारत के दिग्गज खिलाड़ी इरफान पठान ने भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि वह क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, लेकिन वह कंट्री शो और क्रिकेट से जुड़े इवेंट में नजर आते हैं। पठान ने मात्र 19 साल की उम्र में ही भारत के लिए डेब्यू कर लिया था। उनकी शुरुआत बेहद शानदार रही, हालांकि उनके करियर का अंत ठीक नहीं रहा। दरअसल, इरफान पठान ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में ही कमाल किया, लेकिन उन्हें कई बार भारतीय टीम से बाहर बैठना पड़ा। वहीं अब उन्होंने अपने टीम से बाहर होने के कारण को उजागर किया है।
इरफान पठान के मुताबिक, महेंद्र सिंह धोनी का उन्हें टीम से बाहर करने में बड़ा रोल रहा। उनके मुताबिक, साल 2009 में उन्हें अपने भाई के कारण भी टीम से बाहर होना पड़ा। साथ ही न्यूजीलैंड के खिलाफ एक वनडे सीरीज में महेंद्र सिंह धोनी के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
जानिए क्या बोले इरफ़ान पठान?
इरफान पठान ने लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “बात 2009 की है जब हम न्यूजीलैंड दौरे पर थे। इस दौरे से पहले मैंने और भाई यूसुफ पठान ने श्रीलंका में कई अहम मैच टीम को जिताए थे। हमने ऐसी स्थिति में मैच जिताया, जब 27-28 गेंद पर 60 रनों की जरूरत थी। अगर हमारी जगह कोई और होता, तो उसे 1 साल तक ड्रॉप नहीं किया जाता। हमने ऐसी स्थिति में मैच जिताया।” वहीं आगे बोलते हुए इरफान पठान ने कहा कि उन्हें न्यूजीलैंड दौरे पर पहले, दूसरे और तीसरे वनडे में भी प्लेइंग 11 से बाहर रखा गया। जब उन्होंने इस बारे में कोच से बात की, तो उन्होंने इसका कारण बताया।
महेंद्र सिंह धोनी थे इसकी वजह?
इरफान पठान ने इंटरव्यू में कहा कि जब उन्होंने अपने बाहर होने का कारण कोच गैरी कर्स्टन से पूछा, तो उन्होंने साफ तौर पर वजह नहीं बताई। जब इरफान ने कोच गैरी कर्स्टन से कहा कि उन्हें ड्रॉप होने का कारण जानना है, ताकि अगर कुछ सुधार करना हो तो कर सकें, तो उन्होंने दो कारण बताए। पहली वजह थी महेंद्र सिंह धोनी। दरअसल, गैरी कर्स्टन ने उन्हें कहा कि “मैं नहीं बता सकता, यह मेरे हाथ में नहीं है। मैं जानता था कि यह किसके हाथ में है, प्लेइंग 11 कप्तान की मर्जी से होती है। कप्तान, कोच और मैनेजमेंट के हाथों में ही फैसला होता है।”
कब खेला था आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला?
इरफान पठान के मुताबिक, महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें प्लेइंग 11 से बाहर करने का निर्णय लिया था। हालांकि, उनके टीम से बाहर होने का एक कारण यूसुफ पठान भी थे। दरअसल, इरफान पठान के भाई भी उस दौरान टीम में शामिल थे। दोनों ही भाई ऑलराउंडर थे। बता दें, इरफान पठान बॉलिंग ऑलराउंडर थे, जबकि यूसुफ पठान बैटिंग ऑलराउंडर थे। दोनों ही एक-दूसरे से अलग थे, हालांकि उस दौरान सिर्फ एक ही भाई की जगह टीम में बन पाई थी। बता दें कि इरफान पठान ने अपना आखिरी T20 मुकाबला साल 2012 में खेला था।





