Commonwealth Games 2022 : शूटिंग के नहीं होने से भारत को कितना नुकसान?, उठी थी खेलों को बॉयकॉट करने की मांग

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खेल, डेस्क रिपोर्ट। 28 जुलाई से शुरू होने जा रहे कामनवेल्थ गेम्स में जहां एक तरफ देश अपने जुनूनी और मेहनती खिलाड़ियों से पदक की आस लगाए बैठा है वहीं दूसरी तरफ पिछले साल कामनवेल्थ गेम्स फेडरेशन (CGF) ने शूटिंग और आर्चरी को बाहर भारतीय तैयारियों को बहुत बड़ा झटका दिया था। दरअसल, भारत ने कामनवेल्थ खेलों में सबसे ज्यादा पदक शूटिंग में ही जीते है, जिसमें 63 स्वर्ण, 44 रजत और 28 कांस्य सहित कुल 135 पदक शामिल है। वहीं सौरभ चौधरी और मनु भाकर जैसे युवा और उभरते हुए सितारों से सजी हुई भारतीय शूटिंग टीम पिछले कुछ समय से अविश्वश्नीय फॉर्म में है।

पिछले आयोजन (2018 कामनवेल्थ गेम्स, गोल्ड कोस्ट) में भी भारत ने शूटिंग में 7 स्वर्ण, 4 रजत और 5 कांस्य पदक सहित कुल 16 पदकों पर कब्जा जमाया था। बता दे, कामनवेल्थ गेम्स में सबसे ज्यादा पदक जसपाल राणा ने जीते है, जिनके नाम शूटिंग में कुल 15 पदक है, जिसमें 9 स्वर्ण, 4 रजत और 2 कांस्य पदक शामिल है

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2018 कामनवेल्थ गेम्स में ऐसा था भारत का प्रदर्शन

स्वर्ण पदक

मनु भाकर – महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल

जीतू राय – मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल

हीना सिद्धू – महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल

श्रेयसी सिंह – महिला डबल ट्रैप

तेजस्विनी सावंत – महिला 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन

अनीश भनवाला – पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल

संजीव राजपूत – पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन

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रजत पदक

हीना सिद्धू – महिला 10 मीटर एयर पिस्टल

मेहुली घोष – महिला 10 मीटर एयर राइफल

तेजस्विनी सावंत – महिला 50 मीटर राइफल प्रोन

अंजुम मौदगिल – महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन

कांस्य पदक

रवि कुमार – पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल

ओम प्रकाश मिथरवाल – पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल

अपूर्वी चंदेला- महिला 10 मीटर एयर राइफल

ओम प्रकाश मिथरवाल – पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल

अंकुर मित्तल – मेन्स डबल ट्रैप

कामनवेल्थ गेम्स को बॉयकॉट करने की उठी थी मांग

भारत के लिए सबसे ज्यादा पदक अर्जित करने वाले दो खेल शूटिंग और कुश्ती को क्रमशः 2022 और 2026 से कामनवेल्थ फेडरेशन ने हटाने का फैसला किया है, जिसके बाद भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने प्रस्ताव दिया कि भारत 2022 खेलों का बहिष्कार करे। उन्होंने इस दौरान कामनवेल्थ गेम्स फेडरेशन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि फेडरेशन की भारत को कोसने वाली मानसिकता है, जो भारत के खेल कौशल (जिसमें शूटिंग खेलों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है) को बर्दाश्त नहीं कर सकते।

हालांकि, आईओए (IOA) ने बाद में अपने बहिष्कार की धमकी को वापस ले लिया और जनवरी 2022 के दौरान चंडीगढ़ में में एक संयुक्त तीरंदाजी और शूटिंग चैंपियनशिप की मेजबानी का प्रस्ताव रखा, जिसके रिकॉर्ड कामनवेल्थ में जुड़ने थे। इस प्रस्ताव का संबंधित राष्ट्रों द्वारा समर्थन भी किया गया, जिसके बाद इसे मंजूरी मिल गई, लेकिन जुलाई 2021 में, यह कार्यक्रम COVID-19 महामारी के कारण रद्द कर दिया गया था।

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पिछले 5 आयोजनों में भारत ने टॉप-5 में किया है फिनिश

भारत 2002 मैनचेस्टर कामनवेल्थ गेम्स के बाद से हमेशा मेडल टैली के टॉप-5 में रहा है। इस बार भारत के लिए 19 विभिन्न खेलों और पैरा-स्पोर्ट्स में 200 से अधिक एथलीटों मैदान पर उतरेंगे। फिर भी, गोल्ड कोस्ट में 66 पदक हासिल करने वाले देश को अपनी टैली में कुछ पदकों का नुकसान झेलना पड़ सकता है। उधर, नीरज चोपड़ा और एम.सी मैरीकॉम जैसे दिग्गज भी इस इवेंट का हिस्सा नहीं है, लेकिन डबल ओलंपिक और कामनवेल्थ मेडलिस्ट पी.वी सिंधु, लवलीना बोर्गोहेन, निखत जरीन, टेबल टेनिस टीम एवं अन्य खिलाड़ियों से पदक की आस रखी जा सकती है।


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Manuj Bhardwaj

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