इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच वनडे सीरीज में इंग्लैंड को एक बड़ी कामयाबी तो मिली, लेकिन उसके साथ ही एक बड़ा नुकसान भी हो गया। एजबस्टन में खेले गए पहले वनडे मैच के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाज और ऑलराउंडर जेमी ओवरटन कैच लेते समय चोटिल हो गए। उन्होंने कीसी कार्टी का कैच पकड़ने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके दाएं हाथ की छोटी उंगली पर लगी और फ्रैक्चर हो गया। शुरुआती जांच में इसे हल्की चोट माना गया था, लेकिन बाद में मेडिकल टीम ने इसे फ्रैक्चर कन्फर्म किया।
दरअसल इंग्लैंड के लिए जेमी ओवरटन की गैरमौजूदगी बड़ा झटका मानी जा रही है। ओवरटन ना सिर्फ नई गेंद से तेज शुरुआत देते हैं, बल्कि बीच के ओवरों में रन कंट्रोल करने और विकेट लेने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। चोट के चलते वो वनडे सीरीज के बचे हुए दो मुकाबलों और टी20 सीरीज से बाहर हो गए हैं।

मेडिकल टीम की निगरानी में रहेंगे
दरअसल ओवरटन की जगह किसी नए खिलाड़ी को टीम में शामिल नहीं किया गया है। इंग्लैंड बोर्ड ने साफ किया है कि अब ओवरटन रिहैबिलिटेशन में रहेंगे और मेडिकल टीम की निगरानी में रहेंगे। उनकी जगह जैकब बेथेल ने ओवर पूरा किया और शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट भी झटके। लेकिन ओवरटन की बराबरी करना फिलहाल मुश्किल नजर आ रहा है। वनडे और टी20 दोनों ही फॉर्मेट में ओवरटन इंग्लैंड की पहली पसंद बन चुके थे, ऐसे में उनकी गैरमौजूदगी से टीम की गेंदबाजी गहराई पर सीधा असर पड़ेगा। कप्तान हैरी ब्रूक के लिए यह एक नई चुनौती होगी क्योंकि उन्हें टीम के बॉलिंग कॉम्बिनेशन में फेरबदल करना होगा। हालांकि इस मुकाबले में इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज पर रिकॉर्ड जीत हासिल की। लेकिन इस झटके ने जीत को फीका कर दिया।
Frustration for @JamieOverton 😫
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— England Cricket (@englandcricket) May 31, 2025
इंग्लैंड की बेंच स्ट्रेंथ पर अब सबकी नजर
जेमी ओवरटन के बाहर होने के बाद अब इंग्लैंड की बेंच स्ट्रेंथ की परीक्षा होगी। मैथ्यू पॉट्स और लंकाशायर के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ल्यूक वुड अब तेज गेंदबाजी के मुख्य विकल्प बन सकते हैं। वहीं, बाएं हाथ के स्पिनर टॉम हार्टले भी स्क्वॉड में मौजूद हैं, जो जरूरत पड़ने पर उपयोगी साबित हो सकते हैं।
सीरीज का दूसरा वनडे रविवार को कार्डिफ में खेला जाएगा जबकि तीसरा और आखिरी वनडे मंगलवार को ओवल में होगा। इसके बाद 6 जून से टी20 सीरीज की शुरुआत होगी, जिसका पहला मुकाबला चेस्टर-ली-स्ट्रीट में खेला जाएगा। ऐसे में इंग्लैंड को ओवरटन के बिना अपनी गेंदबाजी रणनीति को जल्दी रीसेट करना होगा। अगर टीम के बाकी गेंदबाज, खासकर महमूद और हार्टले जैसी नई उम्मीदें आगे आकर जिम्मेदारी उठाते हैं, तो इंग्लैंड ओवरटन की गैरहाजिरी के बावजूद सीरीज में मजबूती से बने रह सकता है। लेकिन यह भी साफ है कि ओवरटन की कमी टीम को जरूर खलेगी, खासकर ऐसे वक्त में जब इंग्लैंड नए कप्तान के साथ नई शुरुआत कर रहा है।