भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला 23 जुलाई, 2025 से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में खेला जाना है। इस मैच को लेकर सबसे बड़ी चर्चा स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खेलने को लेकर है। वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत बुमराह को सिर्फ तीन टेस्ट तक सीमित रखने की योजना थी, जिसमें उन्होंने पहले और तीसरे मैच में हिस्सा लिया, जबकि दूसरे में आराम किया। अब सीरीज 2-1 से इंग्लैंड के पक्ष में होने के कारण यह सवाल उठ रहा है कि क्या बुमराह मैनचेस्टर में मैदान पर उतरेंगे या टीम प्रबंधन उन्हें आराम देगा। अगर वे इस मैच में खेलते हैं, तो एक अनोखा इतिहास रचने का मौका उनके सामने होगा।
एक विकेट लेते ही रचेंगे इतिहास
अगर बुमराह मैनचेस्टर टेस्ट में खेलते हैं और एक भी विकेट ले लेते हैं, तो वे इंग्लैंड में 50 टेस्ट विकेट का आंकड़ा पार कर लेंगे। यह उपलब्धि उन्हें इंग्लैंड की धरती पर यह मुकाम हासिल करने वाला पहला भारतीय गेंदबाज बना देगी। अभी तक उन्होंने यहां 10 टेस्ट में 49 विकेट लिए हैं, जिसमें पूर्व दिग्गज कपिल देव (48 विकेट) को पीछे छोड़ने का रिकॉर्ड भी शामिल है। अगर वे इस मुकाम को मैनचेस्टर में हासिल करते हैं, तो यह उनके करियर का एक और स्वर्णिम पल होगा। हालांकि, अगर वे ओवल में होने वाले पांचवें टेस्ट में खेलते हैं, तो वहां भी यह रिकॉर्ड बनाने का अवसर रहेगा।
वर्कलोड और टीम की जरूरत
सीरीज शुरू होने से पहले यह तय किया गया था कि बुमराह का वर्कलोड संभालने के लिए उन्हें सिर्फ तीन टेस्ट में खिलाया जाएगा। पहले टेस्ट में उनकी शानदार गेंदबाजी ने पारी में पांच विकेट का कमाल दिखाया, जबकि तीसरे मैच में भी उन्होंने प्रभावी प्रदर्शन किया। लेकिन अब चौथे टेस्ट में उनकी मौजूदगी टीम के लिए अहम हो सकती है, क्योंकि भारत को सीरीज में वापसी के लिए जीत की सख्त जरूरत है। हालांकि, यह फैसला मैच से ठीक पहले ही स्पष्ट होगा, क्योंकि प्रबंधन उनकी फिटनेस और सीरीज की स्थिति को ध्यान में रखेगा।
बुमराह की मौजूदा फॉर्म शानदार रही है, खासकर पहले और तीसरे टेस्ट में उनकी पारी में पांच विकेट लेने की क्षमता ने इंग्लिश बल्लेबाजों को परेशान किया है। मैनचेस्टर की पिच, जो अक्सर तेज गेंदबाजों को मदद करती है, उनके लिए अनुकूल हो सकती है।





