पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर कामरान अकमल ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित बयान देते हुए कहा है कि आज का भारत एक व्यक्ति की राजनीति के हाथों बंधक बन चुका है। उन्होंने यह टिप्पणी ARY न्यूज के एक शो में की, जिसे वसीम बादामी होस्ट कर रहे थे। भारत के खिलाफ दिया गया यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और भारतीय फैंस इसका तीखा विरोध कर रहे हैं।
कामरान ने कहा, “भारत के लोग शानदार हैं, हमने वहां कई बार दौरा किया है। लेकिन आज एक व्यक्ति अपनी राजनीति के लिए पूरे देश को दांव पर लगा रहा है।” उनका इशारा सीधे तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी की ओर था। यह बयान उस वक्त आया जब हाल ही में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान को आतंकी हमले का सख्त जवाब दिया है।
भारत ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया
दरअसल कामरान अकमल का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर सीमा पर तनाव बना हुआ है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इसके बाद पाकिस्तान ने सीमावर्ती इलाकों में नागरिक ठिकानों पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसका भारत ने कड़ा जवाब दिया। भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया कि उन्होंने कई भारतीय फाइटर जेट्स को गिरा दिया है, जिनमें राफेल भी शामिल हैं। हालांकि, पाकिस्तान अब तक कोई पुख्ता सबूत पेश नहीं कर सका है। भारत ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया है। इस बीच, कामरान अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं ताकि जिससे भारत में धार्मिक और राजनीतिक माहौल बिगाड़ा जा सके।
भारत को बांटने की कोशिश
दरअसल पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान की मंशा सिर्फ भारत पर हमला करना नहीं बल्कि देश को भीतर से तोड़ने की भी थी। इस हमले का मकसद था हिंदू-मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव पैदा करना, लेकिन भारत सरकार और आम जनता ने मिलकर पाकिस्तान की इस मंशा को नाकाम कर दिया। वहीं अब पाकिस्तान के नेता और क्रिकेटर बयानबाजी के जरिए प्रोपगेंडा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में कामरान अकमल का बयान आया है। भारत के विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान इस समय घरेलू मोर्चे पर बुरी तरह घिरा हुआ है अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है, आंतरिक राजनीति में अस्थिरता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी छवि कमजोर हो चुकी है। ऐसे में वह भारत के खिलाफ झूठी खबरें फैलाकर अपने देश के लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है।





