भारतीय क्रिकेटर करुण नायर को आखिरकार 8 साल बाद फिर से टीम इंडिया की टेस्ट जर्सी पहनने का मौका मिला है। बीसीसीआई ने इंग्लैंड दौरे के लिए घोषित 18 सदस्यीय टेस्ट टीम में नायर को शामिल किया, जो 2016 में टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं। लंबे समय तक टीम से बाहर रहने के बावजूद नायर ने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित किया। टीम में वापसी की खबर मिलते ही उनका पहला रिएक्शन वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने कहा कि वो हर दिन टीम से कॉल आने का इंतजार करते थे।
दरअसल करुण नायर की वापसी यूं ही नहीं हुई है। उन्होंने 2024-25 सीजन में घरेलू टूर्नामेंट्स में धमाकेदार प्रदर्शन किया। रणजी ट्रॉफी में विदर्भ के लिए खेलते हुए उन्होंने 9 मैचों में 4 शतक समेत कुल 863 रन बनाए थे। इसके अलावा विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने सिर्फ 8 पारियों में 5 शतक जड़े और कुल 779 रन बना डाले थे। ऐसे में इस दमदार प्रदर्शन की बदौलत चयनकर्ताओं का ध्यान उनकी ओर गया और उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया है।
सिलेक्शन के बाद क्या बोले करुण नायर?
दरअसल करुण नायर ने अपनी बैटिंग में बदलाव नहीं किया, बल्कि उस पर भरोसा बनाए रखा। उन्होंने कहा, “मैंने अपने गेम को लगातार निखारने की कोशिश की। मुझे पता था कि अगर रन बनाऊंगा तो मौका मिलेगा। अब जब टीम से कॉल आया, तो वो पल मेरे लिए बहुत भावुक था।” बता दें कि करुण नायर ने आईपीएल 2025 में भले ही ज्यादा मैच नहीं खेले, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स की ओर से उन्हें जब भी मौका मिला, उन्होंने टीम के लिए योगदान दिया है। वहीं आखिरी मुकाबले में उन्होंने पंजाब के खिलाफ मैच जिताऊ पारी खेली थी। उन्होंने कहा, “हम इस जीत के हकदार थे। टीम ने भले ही प्लेऑफ में जगह नहीं बनाई, लेकिन ये जीत साबित करती है कि हम एक बेहतर टीम हैं।”
आईपीएल से मिला आत्मविश्वास?
वहीं करुण नायर ने आगे कहा कि, “मैं आईपीएल में घरेलू सीजन से मिले आत्मविश्वास के साथ आया था। शुरुआती कुछ पारियों में जल्दबाजी कर बैठा, लेकिन कोच की सलाह से समझ आया कि समय लेकर खेलना जरूरी है। इसके बाद मैंने अपने शॉट्स को सही टाइमिंग पर लगाया और अच्छा प्रदर्शन किया।” दरअसल करुण नायर की वापसी टेस्ट टीम को मिडिल ऑर्डर में एक भरोसेमंद और बेहतर विकल्प दे सकती है। बता दें कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे सीनियर खिलाड़ी टीम से बाहर हैं, ऐसे में नायर की क्लासिकल बैटिंग इंग्लैंड जैसी चुनौतीपूर्ण कंडीशन में टीम के लिए उपयोगी हो सकती है।





