भारतीय शूटर मनु भाकर को सरकार ने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड देने का निर्णय कर लिया है, रिपोर्ट के मुताबिक मनु भाकर को खेल रत्न देने की तैयारी खेल मंत्रालय एग्जीक्यूटिव पावर (विशेषाधिकार) से की जा रही है। Times of India के सूत्रों की माने तो एक हफ्ते में पुरस्कारों का खुलासा किया जा सकता है। हालांकि अभी तक इसके लिए नाम तय नहीं हो सके हैं। खेल मंत्रालय द्वारा दो या तीन दिन में इस पर फैसला किया जा सकता है। इस लिस्ट में मनु भाकर का नाम भी शामिल हो सकता है।
बता दें कि नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड की नॉमिनेशन लिस्ट में मनु भाकर का नाम नहीं होने के चलते यह लिस्ट विवादों में आ गई थी। मनु भाकर के पिता की ओर से मनु को खेल रत्न अवार्ड के लिए चुने जाने की अपेक्षा की गई थी, लेकिन इस लिस्ट में मनु भाकर का नाम शामिल नहीं था।
क्या बोले थे मनु भाकर के पिता?
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि मनु भाकर का नाम नेशनल खेल रत्न की नॉमिनेशन लिस्ट में शामिल नहीं है। इसके बाद मनु भाकर के पिता द्वारा आपत्ति जताई गई थी, कि मनु भाकर का नाम इस लिस्ट में शामिल क्यों नहीं है? इसे लेकर मनु भाकर के पिता का कहना था कि मनु को नजरअंदाज किया गया है। अवार्ड के लिए मनु ने आवेदन किया था, भारत में ओलंपिक खेलों की अहमियत नहीं है, फिर पदक जीतने और खेलने का भी क्या फायदा है? जब एक खिलाड़ी को सम्मान के लिए भी हाथ फैलाना पडे।
क्या मनु भाकर को नजरअंदाज किया गया?
वहीं इसे लेकर आगे बोलते हुए मनु भाकर के पिता ने कहा था, कि मनु द्वारा पिछले दो-तीन साल से लगातार सारे पुरस्कारों के लिए आवेदन किए जा रहे हैं, जिसमें खेल रत्न, पद्म भूषण और पद्मश्री जैसे सामान शामिल है। लेकिन इसके बाद भी उन्हें नजरअंदाज किया गया है। वहीं इस बयान के बाद खेल मंत्रालय पर बड़े सवाल उठने लगे। हालांकि अब मनु भाकर को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड दिया जा सकता है।