जमैका में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने 100वें टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने एक ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। दरअसल, वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने यह कारनामा सिर्फ 15 गेंदों में करके दिखाया। यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के दौरान आया, जब ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें जीत के लिए 204 रनों का लक्ष्य दिया।
स्टार्क ने बरपाया कहर
वेस्टइंडीज की पारी शुरू होते ही स्टार्क ने कहर बरपाना शुरू कर दिया। उन्होंने अपने पहले ही ओवर की पहली गेंद पर सलामी बल्लेबाज जॉन कैम्पबेल को आउट किया, जिससे वेस्टइंडीज की टीम दबाव में आ गई। इसके बाद, उन्होंने लगातार विकेट चटकाए और वेस्टइंडीज के शीर्ष क्रम को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। उनकी तेज, स्विंग होती गेंदों का कैरेबियाई बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था।
टेस्ट में सबसे तेज 5 विकेट हॉल
स्टार्क ने अपने इस ऐतिहासिक प्रदर्शन से पहले के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। इससे पहले सबसे तेज पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड 19 गेंदों का था, जो ऑस्ट्रेलिया के एर्नी टोशैक (1947 में भारत के खिलाफ), इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड (2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) और ऑस्ट्रेलिया के ही स्कॉट बोलैंड (2021 में इंग्लैंड के खिलाफ) के नाम था। स्टार्क ने सिर्फ 15 गेंदों में यह कारनामा कर इन दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया।
400 टेस्ट विकेट भी पूरे किए
यह सिर्फ पांच विकेट हॉल का रिकॉर्ड ही नहीं था, बल्कि स्टार्क ने इस मैच में अपने टेस्ट करियर के 400 विकेट भी पूरे किए। वह ऑस्ट्रेलिया के लिए 400 टेस्ट विकेट लेने वाले चौथे गेंदबाज बन गए और तेज गेंदबाजों में ग्लेन मैक्ग्रा के बाद दूसरे। यह उपलब्धि उनके 100वें टेस्ट मैच में आना इसे और भी खास बनाती है। स्टार्क की घातक गेंदबाजी ने वेस्टइंडीज की पारी को महज 27 रनों पर समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दूसरा सबसे कम स्कोर है। इस शानदार प्रदर्शन के बाद स्टार्क ने अपने 100वें टेस्ट मैच में 6 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को 176 रनों से जीत दिलाई और सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप करने में मदद की।





