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Sun, Dec 21, 2025

जेवलिन चैंपियन नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास, मेजबानी करते हुए खिताब जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने

Written by:Rishabh Namdev
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नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर अपने खेल से देश को गर्व करने का एक और पल दिया है। दरअसल एनसी क्लासिक 2025 में उन्होंने 86.18 मीटर का शानदार थ्रो करते हुए खिताब अपने नाम किया है। बता दें कि ये प्रतियोगिता उन्होंने खुद होस्ट की थी।
जेवलिन चैंपियन नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास, मेजबानी करते हुए खिताब जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने

भारत के जेवलिन चैंपियन नीरज चोपड़ा ने एनसी क्लासिक 2025 में इतिहास रच दिया है। दरअसल यह प्रतियोगिता उन्होंने JSW स्पोर्ट्स के सहयोग से होस्ट की और बेंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम में शानदार प्रदर्शन कर खिताब जीत लिया है। जानकारी के अनुसार नीरज ने तीसरे प्रयास में 86.18 मीटर दूर भाला फेंका जो टूर्नामेंट का बेस्ट थ्रो साबित हुआ।

दरअसल नीरज चोपड़ा पहले ऐसे भारतीय एथलीट बने जिन्होंने किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की मेजबानी करते हुए खिताब जीता हो। यह टूर्नामेंट वर्ल्ड एथलेटिक्स की ‘कैटेगरी-ए’ सूची में शामिल है। वहीं इस प्रतियोगिता में कुल 12 खिलाड़ी शामिल थे जिनमें सात इंटरनेशनल एथलीट थे। ऐसे में भीड़ से खचाखच स्टेडियम में नीरज के हर थ्रो पर गूंजती तालियों ने इस जीत को और भी खास बना दिया।

Neeraj Chopra का बेस्ट थ्रो

दरअसल नीरज ने इस प्रतियोगिता की शुरुआत फाउल थ्रो से की, लेकिन दूसरे प्रयास में 82.99 मीटर का थ्रो फेंका। तीसरे प्रयास में उन्होंने अपना विजयी थ्रो किया 86.18 मीटर। वहीं इसके बाद उन्होंने अपनी स्टाइल में दोनों हाथ उठाकर जश्न मनाया। उनका चौथा प्रयास फिर से फाउल रहा, लेकिन पांचवें थ्रो में उन्होंने 84.07 मीटर और छठे में 82.22 मीटर फेंककर कुल प्रदर्शन को मजबूती दी। दरअसल इस जीत के साथ नीरज ने जून 2025 में जीते पेरिस डायमंड लीग और पोलैंड के गोल्डन स्पाइक खिताब के बाद लगातार तीसरी जीत दर्ज की।

नीरज चोपड़ा से प्रेरित NC Classic का आयोजन

दरअसल नीरज चोपड़ा ने केन्या के जूलियस येगो (84.51 मीटर) और श्रीलंका के रूमेश पथिरगे (84.34 मीटर) को पछाड़ा। भारत के सचिन यादव चौथे नंबर पर रहे, जिनका थ्रो 82.33 मीटर रहा। बता दें कि एनसी क्लासिक का आयोजन पहले हरियाणा के पंचकूला में 24 मई को होना था, लेकिन तकनीकी कारणों और सुरक्षा मुद्दों की वजह से इसे बेंगलुरु शिफ्ट किया गया। यह टूर्नामेंट अर्मांडो डुप्लांटिस (स्वीडन) और किप कीनो (केन्या) की तर्ज पर नीरज के नाम पर हो रहा पहला इंटरनेशनल इवेंट था। इससे पहले डुप्लांटिस और कीनो जैसे दिग्गजों के नाम पर ऐसे टूर्नामेंट आयोजित होते रहे हैं।