Thu, Dec 25, 2025

नीतीश कुमार रेड्डी ने खुद बताई खास अंदाज में शतक को सेलिब्रेट करने की वजह, पढ़ें यह खबर

Written by:Rishabh Namdev
Published:
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच में नीतीश कुमार रेड्डी ने शानदार शतक जड़ा है, शतक के बाद नीतीश का सेलिब्रेशन का अंदाज लोगों को बेहद पसंद आ रहा है।
नीतीश कुमार रेड्डी ने खुद बताई खास अंदाज में शतक को सेलिब्रेट करने की वजह, पढ़ें यह खबर

नीतीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न में शतक जड़कर इतिहास रच दिया है। वहीं शतक के बाद नीतीश रेड्डी का सेलिब्रेशन लोगों के बीच चर्चा का विषय बना था। वहीं अब इस सेलिब्रेशन से नीतीश रेड्डी ने पर्दा उठा दिया है। नीतीश रेड्डी ने इस तरह के सेलिब्रेशन की वजह खुद बताई है। बता दें कि नीतीश रेड्डी ने 114 रनों की शानदार पारी खेली और शतक लगाने के बाद बैट के हैंडल पर हेलमेट को रखकर सेलिब्रेशन किया था।

उनका यह सेलिब्रेशन उनके फैंस को बेहद पसंद आया था। वहीं तीसरे दिन भारत को मुश्किल स्थिति में से बाहर निकालकर नीतीश रेड्डी ने सभी फैंस का दिल जीत लिया। अपने शतक को नीतीश रेड्डी ने एक अलग अंदाज में सेलिब्रेट किया, जो लोगों को बेहद पसंद आया।

189 गेंदों में 114 रन बनाए

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच में नीतीश कुमार रेड्डी ने शानदार शतक लगाया है। नीतीश रेड्डी ने अपनी पारी में 114 रन बनाए, उन्होंने 189 गेंदों का सामना किया। अपनी पारी में उन्होंने 11 चौके लगाए और एक छक्का जड़ा। वहीं इस शतक के बाद उन्होंने अपने शतक को खास अंदाज में सेलिब्रेट किया, जिसके बाद फैंस के मन में यह सवाल उठने लगा कि नीतीश के इस सेलिब्रेशन के पीछे की वजह क्या है? वहीं बीसीसीआई द्वारा एक वीडियो में नीतीश ने इस बात से पर्दा उठा दिया।

जानिए क्या बोले नीतीश कुमार रेड्डी?

अपने सेलिब्रेशन को लेकर नीतीश रेड्डी ने कहा कि “शतक पूरा करने के बाद मैंने बैट को रखा और हेल्मेट को उसके ऊपर रखा. हेल्मेट पर तिरंगा होता है और मैं तिरंगे को सैल्यूट कर रहा था। देश के लिए खेलने का भाव ही प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत होता है।” बता दें कि नीतीश कुमार रेड्डी का यह सेलिब्रेशन उनके फैंस को बेहद पसंद आया था। 21 साल के नीतीश रेड्डी ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर अपना पहला इंटरनेशनल शतक बनाया। इसके बाद यह और भी यादगार बन गया।