इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में पहले से ही 2-1 से पिछड़ रही भारतीय क्रिकेट टीम को एक और बड़ा झटका लगा है। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में 23 जुलाई से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट से ठीक पहले युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी चोटिल हो गए हैं। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और आकाश दीप की चोट के बाद अब रेड्डी का चोटिल होना मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल के लिए एक नई चुनौती बन गया है।
जिम में ट्रेनिंग के दौरान लगी चोट
मैनचेस्टर में भारतीय टीम चौथे टेस्ट की तैयारियों में जुटी हुई थी, लेकिन रविवार, 20 जुलाई को जिम में ट्रेनिंग के दौरान 22 वर्षीय नीतीश रेड्डी के घुटने में चोट लग गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चोट के तुरंत बाद उनका स्कैन कराया गया, जिसमें लिगामेंट इंजरी की पुष्टि हुई। इस चोट की गंभीरता के कारण रेड्डी को सीरीज से बाहर होना पड़ सकता है। हालांकि, उनकी चोट कितनी गंभीर है और वह कितने समय तक मैदान से दूर रहेंगे, इस बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी इस चोट को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, जिसके चलते यह साफ नहीं है कि रेड्डी की जगह किसी नए खिलाड़ी को टीम में शामिल किया जाएगा या नहीं।
नीतीश रेड्डी का प्रदर्शन
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट डेब्यू करने वाले नीतीश रेड्डी से इस सीरीज में काफी उम्मीदें थीं। उनकी ऑलराउंड क्षमता को देखते हुए उन्हें भारतीय मध्यक्रम और गेंदबाजी में संतुलन प्रदान करने की जिम्मेदारी दी गई थी। हालांकि, इंग्लैंड के खिलाफ यह सीरीज उनके लिए कुछ खास नहीं रही। पहले टेस्ट में उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली, लेकिन दूसरे टेस्ट में शार्दुल ठाकुर की जगह उनकी एंट्री हुई। इस मैच में वह बल्ले और गेंद दोनों से प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। उन्होंने दोनों पारियों में सिर्फ 1-1 रन बनाए और गेंदबाजी में भी कोई विकेट नहीं ले सके।
तीसरे टेस्ट में नीतीश को फिर मौका दिया गया, जहां उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने 3 विकेट लिए और बल्ले से 30 और 13 रनों की पारियां खेलीं। भले ही वह बड़े स्कोर नहीं बना सके, लेकिन क्रीज पर उनकी मौजूदगी ने भारतीय पारी को स्थिरता प्रदान की। उनकी इस छोटी लेकिन उपयोगी पारी ने दिखाया कि वह मुश्किल परिस्थितियों में भी टिककर खेल सकते हैं। फिर भी, उनकी चोट ने अब उनके इस सीरीज में आगे के योगदान पर पूर्ण विराम लगा दिया है।





