अब वानखेड़े स्टेडियम में दिखाई देंगे सचिन तेंदुलकर, प्रतिमा का हुआ अनावरण

Shashank Baranwal
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Sachin Tendulkar Statue

Sachin Tendulkar Statue: वनडे विश्व कप 2023 भारत में खेला जा रहा है। विश्व कप का 33 वां मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच 2 नवंबर 2023 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। वहीं एक दिन पहले  बुधवार 1 नवंबर को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने वानखेड़े स्टेडियम में क्रिकेट के भगवान मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की प्रतिमा का अनावरण किया गया। सचिन की प्रतिमा का अनावरण सचिन तंदुलकर स्टैंड के पास किया गया। जो कि उनके 50 सालों के जीवन को समर्पित है। बता दें इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, बीसीसीआई के सचिव जय शाह और खुद सचिन तेंदुलकर के साथ कई हस्तियां मौजूद रहीं। वहीं सचिन तेंदुलकर के फैन्स ने जमकर सचिन- सचिन के नारे लगाए।

इसी स्टेडियम में भारत ने जीता था विश्व कप

गौरतलब है कि विश्व कप 2011 का फाइनल मुकाबला इसी स्टेडियम में खेला गया था। जो कि भारत और श्रीलंका के बीच हुआ था। इस रोमांचक मैच में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार विश्व कप का खिताब जीता था। साथ ही सचिन तेंदुलकर के विश्व कप जीतने का ख्वाब पूरा हुआ था।

आखिरी टेस्ट मैच इसी मैदान पर खेला

आपको बता दें क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने वानखेड़े मैदान पर ही अपना 200 वां आखिरी अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ इसी मैदान पर खेला था। इस मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को 126 रनों से हराया था। वहीं सचिन तेंदुलकर ने इस मैच में 76 रनों की पारी खेली थी।

दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए है जिनकी स्टेडियम में प्रतिमा का अनावरण किया गया है। आपको बता दें इससे पहले पूर्व भारतीय कप्तान कर्नल सीके नायडू हैं। जिनकी तीन स्टेडियम में प्रतिमा का अनावरण किया गया है। जिसमें इंदौर का होलकर स्टेडियम, आंध्र प्रदेश का वाईएसआर स्टेडियम और नागपुर का विदर्भ क्रिकेट स्टेडियम शामिल है।

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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