एकदिवसीय फॉर्मेट की गिरती लोकप्रियता अब अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल पर भी असर डालने लगी है। दरअसल पाकिस्तान का अगस्त में वेस्टइंडीज दौरा तय है, जिसमें तीन वनडे और तीन टी20 मैच शामिल थे। लेकिन अब दोनों बोर्ड इस सीरीज की दिशा बदलने पर विचार कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक वनडे मुकाबलों को रद्द कर सभी मैचों को टी20 में बदला जा सकता है। ऐसे में अगर ऐसा होता है तो यह ना सिर्फ एक बड़ा बदलाव होगा, बल्कि वनडे फॉर्मेट के लिए खतरे की घंटी भी हो सकता है।
दरअसल पाकिस्तान और वेस्टइंडीज दोनों ही बोर्ड इस समय टी20 टूर्नामेंट्स पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। बता दें कि 2025 में एशिया कप और 2026 में T20 वर्ल्ड कप होना है। ऐसे में कहा जा रहा है कि दोनों टीमें इन बड़े टूर्नामेंट्स के लिए अपनी तैयारी मजबूत करना चाहती हैं।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पहले भी किया है ऐसा!
जानकारी दे दें कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में भी वनडे की जगह टी20 खेलने की इच्छा जता चुका है। वनडे फॉर्मेट इस वक्त न तो दर्शकों को पहले जैसा आकर्षित कर पा रहा है और न ही उसे फ्रेंचाइजी क्रिकेट के मुकाबले ज्यादा महत्व मिल रहा है। बोर्ड्स अब उस फॉर्मेट को तवज्जो दे रहे हैं जिसमें पैसा, दर्शक और प्रचार ज्यादा हो और वो एक मात्र टी20 का फॉर्मेट ही है। दरअसल अगर यह सिलसिला जारी रहा तो 2027 वर्ल्ड कप से पहले वनडे मुकाबले गिनती के ही बचे रह जाएंगे।
क्या भारत में भी टी20 को दी जा रही प्राथमिकता?
दरअसल पाकिस्तान का वेस्टइंडीज दौरा 1 अगस्त से शुरू होगा। मौजूदा कार्यक्रम के मुताबिक 1, 3 और 4 अगस्त को तीन टी20, जबकि 8, 10 और 12 अगस्त को तीन वनडे होने हैं। लेकिन अब इनमें से वनडे को हटाकर टी20 सीरीज को बढ़ाने की बात चल रही है। इसका मतलब साफ है कि वनडे की बलि देकर टी20 को प्राथमिकता। BCCI की बात करें तो वह भी अब द्विपक्षीय सीरीज में वनडे की संख्या घटाने लगा है। भारत में अब ज्यादातर सीरीज या तो T20 होती हैं या फिर टेस्ट। IPL और घरेलू टी20 टूर्नामेंट्स की भरमार ने यह साफ कर दिया है कि भारत समेत कई देश अब T20 क्रिकेट को भविष्य मान चुके हैं।