पाकिस्तान क्रिकेट टीम में कोचिंग स्टाफ को लेकर फिर से एक बड़ा बदलाव हुआ है। पीसीबी ने पूर्व ऑलराउंडर अजहर महमूद को टेस्ट टीम का कार्यवाहक हेड कोच बनाया है। अजहर महमूद काफी समय से पाकिस्तान टीम के साथ जुड़े रहे हैं, जहां वे गेंदबाजी कोच और असिस्टेंट हेड कोच की भूमिका निभा चुके हैं। कोचिंग के साथ-साथ उनका अंतरराष्ट्रीय करियर भी काफी प्रभावशाली रहा है, खासकर सीमित ओवरों में उनका करियर बेहतरीन रहा है। दरअसल बोर्ड ने भरोसा जताया है कि अजहर महमूद की सोच, रणनीति और प्लेयर्स के साथ तालमेल उन्हें इस रोल के लिए मजबूत दावेदार बनाते हैं।
दरअसल अजहर महमूद की नियुक्ति ऐसे वक्त में हुई है जब पाकिस्तान टीम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। पिछले दो साल में टीम कई कोच बदल चुकी है, जिससे खिलाड़ियों के प्रदर्शन और टीम के माहौल पर असर पड़ा है। अजहर महमूद इस समय टीम के मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट के तहत काम करेंगे और फिलहाल यह नियुक्ति स्थायी नहीं है।

पाकिस्तान ने क्यों चुना अजहर महमूद कोच?
वहीं मीडिया रिलीज में PCB ने साफ किया कि अजहर टेस्ट टीम के रणनीतिक कोर का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम में काफी वक्त बिताया है और इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में भी कोचिंग का अनुभव हासिल किया है। इसके चलते वे न केवल पाकिस्तानी परिस्थितियों को समझते हैं, बल्कि विदेशी दौरों की भी बेहतर तैयारी करा सकते हैं। बोर्ड को उम्मीद है कि वे खिलाड़ियों में एक नई ऊर्जा और कंसिस्टेंसी ला सकते हैं।
साउथ अफ्रीका में दो टेस्ट की सीरीज
दरअसल अजहर महमूद का पहला बड़ा दौरा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज होगी, जो इस साल के अंत में ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के तहत खेली जाएगी। यह दौरा न केवल उनकी कोचिंग स्किल की परीक्षा होगी, बल्कि यह भी तय कर सकता है कि उन्हें आगे स्थायी कोच की जिम्मेदारी दी जाएगी या नहीं। बता दें कि अजहर से पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी जेसन गिलेस्पी पाकिस्तान टीम के रेड-बॉल कोच थे, जिनके जाने के बाद से यह पद खाली पड़ा था। कुछ समय के लिए आकिब जावेद ने यह जिम्मेदारी निभाई, लेकिन अब बोर्ड ने अपने ही एक पूर्व खिलाड़ी को यह दायित्व सौंपने का फैसला किया है।