ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के शेड्यूल के मुताबिक पाकिस्तान को 13 टेस्ट मैच खेलने हैं। टीम के लिए सबसे पहली मुश्किल चुनौती वेस्टइंडीज दौरे से शुरू हो रही है। इसी साल कैरेबियन टीम ने पाकिस्तान को उसी के घर में टेस्ट में हराया था, ऐसे में वेस्टइंडीज अपनी होम कंडीशंस में और भी खतरनाक साबित हो सकता है। पाकिस्तान के लिए हर टेस्ट अब फाइनल जैसा होने वाला है।
दरअसल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का फाइनल मुकाबला साऊथ अफ्रीका ने अपने नाम कर लिया। अब ऐसे में हर एक टीम को इसके ने सर्किल का इंतजार है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने अब तक एक भी बार WTC के फाइनल में जगह नहीं बनाई है। ऐसे में अब टीम उम्मीद करेगी कि आने वाले सर्किल के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर लें।
पाकिस्तान के सामने कौन-कौन सी टीमें होंगी?
दरअसल इस टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में पाकिस्तान को छ सीरीज़ खेलनी हैं तीन घर पर और तीन विदेश में खेलनी हैं। विदेशी दौरों में उन्हें वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और बांग्लादेश से भिड़ना है। घरेलू मैदानों पर न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका जैसी मजबूत टीमों का सामना करना पड़ेगा। हर सीरीज में पॉइंट्स सिस्टम के हिसाब से एक-एक टेस्ट अहम होता है, और पाकिस्तान की सबसे बड़ी परेशानी उसका अस्थिर प्रदर्शन है। टीम में टैलेंट की कमी नहीं है लेकिन लगातार फॉर्म में रहना मुश्किल रहा है। खासतौर पर इंग्लैंड और वेस्टइंडीज जैसे देशों में पाकिस्तान का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। इसलिए अगर टीम फाइनल की रेस में बनी रहना चाहती है तो कम से कम घरेलू सीरीज में क्लीन स्वीप की जरूरत होगी।
क्या बदल पाएगी पाकिस्तान की किस्मत?
दरअसल पिछली तीन टेस्ट चैंपियनशिप में पाकिस्तान कभी भी फाइनल में नहीं पहुंच पाया है। कप्तानी में बदलाव, प्लेइंग इलेवन में लगातार फेरबदल और अनुभवी खिलाड़ियों की कमी ने टीम को नुकसान पहुंचाया है। अब जब शान मसूद कप्तानी में हैं, तो उम्मीद की जा रही है कि वो टीम को एक नई दिशा देंगे। लेकिन उनकी लीडरशिप में भी वेस्टइंडीज और इंग्लैंड जैसे टफ टूर आसान नहीं होंगे। खास बात यह है कि टीम के पास अच्छे गेंदबाज़ हैं, लेकिन बल्लेबाज़ी का संकट अक्सर टीम को टेस्ट में नीचे खींच लेता है। अगर पाकिस्तान को फाइनल में पहुंचना है तो न सिर्फ बाहर बेहतर प्रदर्शन करना होगा, बल्कि घरेलू मैदान पर एक भी मैच गंवाने की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।





