Wed, Dec 24, 2025

PSL 2025 के फाइनल में शर्मशार हुआ पाकिस्तान! बिना DRS खेला गया मुकाबला, फिर मचा बवाल

Written by:Rishabh Namdev
Published:
PSL 2025 के फाइनल मुकाबले में साउद शकील का विवादित आउट होना सिर्फ एक गलत फैसला नहीं था, बल्कि इसने पाकिस्तान क्रिकेट की तकनीकी निर्भरता को भी उजागर कर दिया है। दरअसल भारत की टेक्नोलॉजी के बिना PCB फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में DRS तक नहीं दे पाया, जिससे फैंस और खिलाड़ियों में नाराजगी देखी गई है।
PSL 2025 के फाइनल में शर्मशार हुआ पाकिस्तान! बिना DRS खेला गया मुकाबला, फिर मचा बवाल

PSL 2025 के फाइनल मुकाबले में लाहौर कलंदर्स ने क्वेटा ग्लैडिएटर्स को हराकर तीसरी बार खिताब अपने नाम किया है। लेकिन इस फाइनल मैच से ज्यादा चर्चा उस फैसले की रही, जिसमें क्वेटा के कप्तान साउद शकील को विवादित ढंग से आउट दे दिया गया। दरअसल खास बात यह रही कि फाइनल जैसे हाई-प्रोफाइल मुकाबले में DRS ही मौजूद नहीं था। इस फैसले के बाद पाकिस्तानी क्रिकेट के टेक्नोलोजी और भारत पर उसकी निर्भरता को लेकर बहस शुरू हो गई है।

दरअसल फाइनल में क्वेटा की पारी के दौरान जब साउद शकील क्रीज पर थे, तब शाहीन अफरीदी की एक यॉर्कर गेंद को उन्होंने स्क्वेयर लेग की दिशा में खेलने की कोशिश की। गेंद और बल्ले के बीच साफ गैप दिखाई दे रहा था, जिसे टीवी रिप्ले में भी देखा जा सकता था। वहीं कमेंटेटर माइक हेजमैन ने भी इसे वाइड करार दिया था। लेकिन ऑन-फील्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया था। DRS न होने के चलते शकील को पवेलियन लौटना पड़ा। उनके चेहरे पर निराशा साफ दिख रही थी। इस मामले ने फैंस में भारी गुस्सा भर दिया। वहीं सोशल मीडिया पर PCB को जमकर ट्रोल किया गया।

PSL 2025 फाइनल में क्यों नहीं था DRS?

दरअसल PSL का यह सीजन भारत-पाक तनाव के कारण बीच में ही रोकना पड़ा था। दोबारा शुरू होने के बाद से प्लेऑफ समेत आठ मुकाबले बचे थे, लेकिन इनमें से किसी में भी DRS नहीं रहा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, DRS सिस्टम मुहैया कराने वाली ‘हॉक-आई’ टीम पाकिस्तान लौटने को तैयार नहीं हुई क्योंकि अधिकतर तकनीकी स्टाफ भारत से था। भारत के बिना यह तकनीक उपलब्ध नहीं हो सकी। PCB ने इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन क्रिकेट जानकारों का कहना है कि यह पाकिस्तान क्रिकेट की सबसे बड़ी कमजोरी को उजागर करता है। PSL जैसे बड़े टूर्नामेंट में तकनीक की गैर-मौजूदगी ने इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

मुकाबला शानदार, लेकिन विवाद ने छीना मजा

वहीं फाइनल मुकाबला खेल के लिहाज से बेहद रोमांचक रहा था। दरअसल पहले बल्लेबाजी करते हुए क्वेटा ग्लैडिएटर्स ने 201 रन बनाए, जिसमें कप्तान शकील का विकेट अहम रहा। लाहौर के गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट चटकाए। जवाब में लाहौर कलंदर्स की ओर से सिकंदर रजा ने धमाकेदार पारी खेली और टीम को आखिरी ओवर में जीत दिला दी। लेकिन शकील का विवादित आउट और DRS की कमी ने इस जीत की चमक को भी एक दम फीका कर दिया। फैंस और पूर्व खिलाड़ियों ने मांग की है कि आने वाले सीजन में PCB को तकनीक को लेकर ठोस कदम उठाने होंगे।