अभी तक WTC के तीनों फाइनल इंग्लैंड में खेले गए हैं, लेकिन भारत जैसे क्रिकेट-पागल देश के फैंस में यह उम्मीद अब जोर पकड़ने लगी है कि आने वाले वर्षों में शायद किसी भारतीय मैदान पर भी फाइनल खेला जाए। इसी कड़ी में भारत के पूर्व क्रिकेटर और कोच रवि शास्त्री ने अहम बयान दिया है। शास्त्री ने कहा कि लॉर्ड्स जैसे क्लासिक वेन्यू शुरुआती लोकप्रियता के लिए जरूरी हैं, लेकिन जब यह टूर्नामेंट ग्लोबल ब्रांड बन जाए, तब इसे और बड़े स्टेडियमों में ले जाना चाहिए।
दरअसल उनके मुताबिक, अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम और ऑस्ट्रेलिया का MCG इस तरह के हाई-प्रोफाइल मुकाबलों के लिए आदर्श हो सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि ऐसे वेन्यू चुने जाएं जहां बड़ी संख्या में दर्शक जुट सकें, क्योंकि फाइनल जैसे मुकाबलों में माहौल और भीड़ का रोल बहुत अहम होता है।
WTC Final के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन ये स्टेडियम?
दरअसल नरेंद्र मोदी स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जिसकी क्षमता करीब 1.32 लाख दर्शकों की है। अगर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का कोई फाइनल भारत में होना हो, तो यह स्टेडियम सबसे पहला और मजबूत दावेदार बनता है। इस मैदान ने पहले ही IPL फाइनल्स और भारत-ऑस्ट्रेलिया जैसे हाई वोल्टेज मुकाबलों की सफल मेज़बानी की है। यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर, दर्शकों की भारी मौजूदगी और BCCI की मैनेजमेंट क्षमता इसे इंटरनेशनल लेवल के मुकाबलों के लिए तैयार बनाती है। वहीं भारत में क्रिकेट को लेकर जो जुनून है, वह किसी भी टूर्नामेंट को सफल बना सकता है। WTC जैसे टूर्नामेंट की ग्लोबल ब्रांडिंग के लिए भी भारत में फाइनल कराना एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
WTC Final अब तक कहां कहां खेला गया?
दरअसल WTC के पहले तीनों फाइनल अब तक इंग्लैंड में आयोजित हुए हैं 2021 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच साउथेम्प्टन के रोज बाउल में, 2023 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ओवल में, और 2025 में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच लॉर्ड्स में मुकाबला खेला गया। हर बार इंग्लैंड को इसलिए चुना गया क्योंकि वहां का मौसम टेस्ट मैचों के लिए उपयुक्त माना जाता है और साथ ही उसे एक न्यूट्रल वेन्यू के रूप में भी देखा जाता है। हालांकि अब चर्चा है कि 2031 तक की मेज़बानी इंग्लैंड के पास रहेगी, लेकिन इसके बाद ICC अन्य देशों को भी फाइनल की मेज़बानी देने पर विचार कर सकता है। अगर भारत को 2033 या 2035 के WTC फाइनल की मेज़बानी मिलती है तो अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम इसका सबसे मजबूत विकल्प बन सकता है।





