आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस ने धमाकेदार वापसी करते हुए एलिमिनेटर मुकाबले में गुजरात टाइटंस को 20 रन से हरा दिया। सीजन की शुरुआत में लगातार हारने वाली MI ने आखिरी के 6 मुकाबले जीतकर सबको चौंका दिया। लेकिन इस बीच स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने MI की जीत पर तंज कसते हुए उनकी ‘किस्मत’ को लेकर सवाल खड़े किए हैं। दरअसल उन्होंने 2018 के एक मैच का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे अचानक आई रुकावट ने खेल की दिशा बदल दी थी।
दरअसल अश्विन ने 2018 के उस मैच को याद किया जब वो किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान थे और मुंबई इंडियंस संघर्ष कर रही थी। अश्विन के मुताबिक, मुंबई की टीम 13 ओवर में सिर्फ 80 रन पर 5 विकेट खो चुकी थी, लेकिन तभी फ्लडलाइट्स फेल हो गईं और मैच 20 मिनट के लिए रुक गया। इस ब्रेक के बाद कीरोन पोलार्ड ने ताबड़तोड़ पारी खेली और स्कोर 180 के पार पहुंच गया। अश्विन का मानना है कि ऐसे ‘लकी ब्रेक्स’ अक्सर मुंबई के हक में क्यों आते हैं, यह सवाल उठाता है। उन्होंने यह भी कहा कि “हमें भी वो ‘लक’ ढूंढना होगा, वो आता कैसे है?”
मुंबई की जीत ने अश्विन को दिखा किस्मत का खेल?
Ravi Ashwin said ~ “When I was the captain of KXIP in 2018, we had a match with MI & MI were 80/5, then suddenly the floodlights went off for 20 minutes. After the match resumed, Mumbai Indians went on to score 180+ runs.”
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— Richard Kettleborough (@RichKettle07) May 31, 2025
दरअसल एलिमिनेटर मुकाबले में अश्विन को फिर वही पैटर्न नजर आया। उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा की गेंदबाज़ी को लेकर कहा कि वे जबरदस्त लय में थे, पर्पल कैप की रेस में बने हुए थे और 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग कर रहे थे। लेकिन तभी एक ओवर में जॉनी बेयरस्टो ने उन्हें 26 रन जड़ दिए। अश्विन का मानना है कि उस ओवर में विकेट मिल सकता था, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। इसके बाद गेम का रुख बदल गया। फील्डिंग में भी MI को किस्मत का साथ मिला एक नहीं, दो कैच छूटे। सिराज की गेंद पर कुसल मेंडिस का कैच छोड़ना निर्णायक साबित हुआ। फिर रोहित शर्मा ने मोर्चा संभाला और उनका बल्ला रुका ही नहीं। अश्विन ने कहा, “ऐसा लग रहा था जैसे गॉड का हाथ रोहित के साथ हो।”
क्या वाकई MI के पास ‘लक फैक्टर’ है?
वहीं मुंबई इंडियंस पर किस्मत के भरोसे जीतने के आरोप कोई नए नहीं हैं, लेकिन हर बार मामला इतना आसान नहीं होता। दरअसल MI की टीम के पास अनुभव, संयम और मैच जिताने वाले खिलाड़ी हैं, जो दबाव में भी मैच पलट सकते हैं। कप्तानी में हार्दिक पांड्या की मजबूती और रोहित शर्मा का साथ, डगआउट से मिले फैसले और सटीक बेंच स्ट्रेंथ उनका मजबूत पक्ष है। हां, कुछ पल ऐसे होते हैं जहां किस्मत साथ देती है मिस्ड कैच, नो बॉल या और भी कई कारण, लेकिन इन्हीं पलों में जो टीम फायदा उठाए, वही असली विजेता होती है। यहीं कारण है कि मुंबई इंडियंस की टीम ने 5 आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम की है और छठे टाइटिल की ओर बढ़ रही है।





