4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB की IPL जीत का जश्न मातम में बदल गया था। इस भगदड़ ने 11 जिंदगियां छीन लीं थी, और अब जिम्मेदारी फ्रेंचाइजी पर डाली गई है। केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) ने 1 जुलाई को फैसला सुनाया कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) इस हादसे के लिए प्रथम दृष्टया जिम्मेदार है, क्योंकि उन्होंने बिना पुलिस अनुमति के सोशल मीडिया पर इवेंट का प्रचार किया।
जानकारी दे दें कि CAT ने IPS विकाश कुमार विकाश की सस्पेंशन रद्द कर उन्हें बहाल करने का आदेश दिया। ये हादसा क्रिकेट जश्न की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, खासकर देशभर के कई शहरों के फैन्स के लिए जो RCB को सपोर्ट करते हैं। आइए जानें इस त्रासदी और कोर्ट के फैसले की पूरी डिटेल।

RCB की गलती से मची भगदड़
बता दें कि CAT ने पाया कि RCB ने 3 जून को पुलिस को सिर्फ सूचना दी, लेकिन औपचारिक अनुमति नहीं ली। 4 जून को सुबह 7 बजे से X पर विक्ट्री परेड और फ्री पास की पोस्ट्स की बाढ़ आ गई, जिसमें टिकट की जानकारी अस्पष्ट थी। नतीजतन, 3-5 लाख लोग स्टेडियम के बाहर जमा हो गए, जबकि इसकी क्षमता सिर्फ 35,000 थी। CAT ने टिप्पणी की, “पुलिस के पास जादू की छड़ी नहीं है कि वो इतनी भीड़ को तुरंत संभाल ले।” भीड़ बेकाबू हुई, और गेट नंबर 3 पर भगदड़ मच गई।
पीड़ितों की कहानी, टूटी उम्मीदें
वहीं इस हादसे में 11 लोग मारे गए, ज्यादातर युवा ही इसमें शिकार हुए। 14 साल की दिव्यांशी अपनी मां के साथ विराट कोहली को देखने आई थी, लेकिन भीड़ में दब गई। 19 साल का इंजीनियरिंग स्टूडेंट भूमिक दोस्तों से बिछड़ा और अस्पताल पहुंचने से पहले चल बसा। 25 साल की साहना और अन्य प्रशंसक RCB की पहली IPL जीत का जश्न मनाने आए थे। 47 लोग घायल भी हुए। मध्य प्रदेश से बेंगलुरु पहुंचे फैन्स सदमे में हैं। कर्नाटक सरकार ने पीड़ित परिवारों को 10 लाख और KSCA ने 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया।
CAT का फैसला और कानूनी कदम
दरअसल CAT ने RCB, KSCA, और इवेंट मैनेजर DNA एन्टरटेनमेंट को हादसे का जिम्मेदार ठहराया। गैर-इरादतन हत्या की FIR दर्ज हुई, और RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले समेत चार लोग गिरफ्तार किए गए, जिन्हें बाद में जमानत मिली। IPS विकाश कुमार की सस्पेंशन को बिना सबूत के गलत ठहराते हुए CAT ने उनकी तुरंत बहाली का आदेश दिया। बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद सहित पांच अधिकारियों का निलंबन भी सवालों में है। रिटायर्ड जज माइकल डी’कुन्हा की अगुआई में जांच कमीशन बना है, जो एक माह में रिपोर्ट देगा।
The Central Administrative Tribunal (CAT) on July 01 set aside the Karnataka government’s order suspending Additional Commissioner of Police (ACP) Vikash Kumar Vikash in the wake of the recent Chinnaswamy Stadium stampede that left 11 people dead.
A coram of members observed… pic.twitter.com/RtCmd4ObGL
— Bar and Bench (@barandbench) July 1, 2025
क्रिकेट इवेंट्स के लिए सबक
वहीं इस त्रासदी ने बड़े इवेंट्स की प्लानिंग पर सवाल उठाए हैं। CAT ने RCB के “उपद्रव” जैसे प्रचार को जिम्मेदार ठहराया। कर्नाटक सरकार ने मेगा इवेंट्स के लिए नए SOPs की घोषणा की। RCB ने ‘RCB Cares’ फंड शुरू कर पीड़ितों के लिए 10 लाख रुपये प्रति परिवार देने का वादा किया। BCCI ने सख्त गाइडलाइन्स की बात कही। बेंगलुरु जैसे शहरों के क्रिकेट प्रेमियों के लिए ये चेतावनी है कि जश्न में सुरक्षा पहले जरूरी है। ये फैसला भविष्य के इवेंट्स को सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।