रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने आईपीएल के 18वें सीजन में इतिहास रच दिया। पंजाब किंग्स को फाइनल में 6 रन से हराकर आरसीबी ने पहली बार खिताब जीत लिया। ये जीत सिर्फ मैदान पर नहीं, बल्कि रणनीति के स्तर पर भी थी। टीम के हेड कोच एंडी फ्लावर ने बताया कि इस जीत की नींव पिछली मेगा नीलामी में ही रख दी गई थी। टीम के चयन से लेकर खिलाड़ियों की फिटनेस और बैलेंस तक, सब कुछ एक प्लानिंग का हिस्सा था।
दरअसल आरसीबी के हेड कोच एंडी फ्लावर ने कहा कि आईपीएल जीतने की शुरुआत मेगा नीलामी से हुई थी। उन्होंने बताया कि टीम डायरेक्टर मो बोबट के साथ मिलकर उन्होंने रणनीति बनाई थी कि बजट को बैलेंस तरीके से इस्तेमाल किया जाए। लक्ष्य था बड़े नामों के साथ-साथ सही और फिट खिलाड़ियों को शामिल करना। फ्लावर ने ये भी खुलासा किया कि पहले दिन टीम की नीलामी रणनीति की आलोचना हुई थी, लेकिन इसका फायदा उन्हें दूसरे दिन मिला। भुवनेश्वर कुमार, कृणाल पांड्या, टिम डेविड और रोमारियो शेफर्ड जैसे खिलाड़ी टीम में शामिल हुए, जो फाइनल तक सफर में बेहद अहम साबित हुए। वहीं, लेग स्पिनर सुयश शर्मा ने युवा प्रतिभा के तौर पर शानदार प्रदर्शन किया।
IPL 2025 जीत में किस खिलाड़ी का क्या रोल रहा?
वहीं आरसीबी की इस सफलता में सिर्फ स्ट्रैटेजी नहीं, बल्कि हर खिलाड़ी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कप्तान रजत पाटीदार ने मिडिल ऑर्डर में अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई, तो वहीं विराट कोहली ने टॉप आर्डर में अनुभव के साथ टीम को मजबूती दी। जबकि गेंदबाजी में जॉश हैजलवुड, भुवनेश्वर कुमार और रोमारियो शेफर्ड की तिकड़ी ने दूसरी टीमों को मुश्किल में डाला। टिम डेविड ने मिडिल ऑर्डर को मजबूती दी, जबकि कृणाल पांड्या ने ऑलराउंड प्रदर्शन से टीम को संतुलन प्रदान किया। वहीं सुयश शर्मा ने अहम मैचों में विकेट निकालकर सबका ध्यान खींचा।
4 बार की फाइनलिस्ट RCB ने आखिरकार जीती ट्रॉफी
दरअसल आरसीबी की यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि टीम पहले तीन बार फाइनल में पहुंच चुकी थी लेकिन हर बार खिताब से चूक जाती थी। 2009 में डेक्कन चार्जर्स, 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स और 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद से हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भी दबाव उतना ही दिखाई दे रहा था, लेकिन टीम ने खुद को पूरी तरह से तैयार रखा था। कोचिंग स्टाफ, खिलाड़ियों की प्लानिंग और हर मैच के लिए खास रणनीति ने इस बार आरसीबी को ट्रॉफी दिलाई। कोच एंडी फ्लावर की प्लानिंग और खिलाड़ियों की मेहनत ने मिलकर वो इतिहास रचा, जो सालों तक याद रखा जाएगा।





