ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रिकी पोंटिंग ने हाल ही में अपनी ऑल टाइम बेस्ट क्रिकेट टीम का खुलासा किया है। इस टीम में उन्होंने उन खिलाड़ियों को जगह दी है, जिन्होंने अलग-अलग दौर में इंटरनेशनल क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन किया। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि पोंटिंग ने भारत से सिर्फ एक ही खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को चुना। यह चयन इसलिए भी खास है क्योंकि सचिन और पोंटिंग का करियर लगभग साथ चला और दोनों के बीच हमेशा ‘बेस्ट बनने’ की होड़ रही।
दरअसल रिकी पोंटिंग ने ओपनिंग के लिए ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन और जस्टिन लैंगर की जोड़ी को चुना है। ये दोनों खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक ऑस्ट्रेलिया की रीढ़ रहे हैं। तीसरे नंबर पर उन्होंने साउथ अफ्रीका के महान ऑलराउंडर जैक कैलिस को शामिल किया है, जिनकी तकनीक और फिटनेस की मिसाल दी जाती है।
नंबर 4 पर पोंटिंग ने सचिन तेंदुलकर को रखा, जो बतौर बल्लेबाज इस टीम की सबसे बड़ी शख्सियत हैं। पांचवें नंबर पर वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा हैं, जिनकी क्लासिक बैटिंग स्टाइल और रिकॉर्ड्स उन्हें अलग बनाते हैं। छठे नंबर पर श्रीलंका के कुमार संगकारा को जगह मिली है, जिन्हें पोंटिंग ने इस टीम का कप्तान भी बनाया है।

गेंदबाजी में इन्हें चुना भरोसेमंद
वहीं विकेटकीपिंग के लिए उन्होंने एडम गिलक्रिस्ट को चुना है। इस फैसले ने धोनी फैंस को जरूर निराश किया होगा, लेकिन पोंटिंग का मानना है कि गिलक्रिस्ट ने टेस्ट क्रिकेट में कीपिंग और बैटिंग का बेहतरीन बैलेंस बनाया था गेंदबाजी विभाग में रिकी पोंटिंग ने तेज गेंदबाजों के रूप में पाकिस्तान के वसीम अकरम, ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा और वेस्टइंडीज के कर्टली एंब्रोस को शामिल किया है। ये तीनों अपने समय के सबसे घातक गेंदबाज रहे हैं। वसीम अकरम ने स्विंग गेंदबाजी को नई ऊंचाई दी, जबकि मैक्ग्रा की लाइन और लेंथ के सामने दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाज परेशान होते थे। कर्टली एंब्रोस की रफ्तार और उछाल ने कई टीमों के होश उड़ा दिए थे।
MS Dhoni को न चुनना बना चर्चा का विषय
दरअसल स्पिन विभाग में पोंटिंग ने शेन वॉर्न को चुना है, जो टेस्ट इतिहास के सबसे सफल स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं। वॉर्न की गेंदों में जादू था और वह किसी भी बल्लेबाज को चकमा देने की काबिलियत रखते थे। पोंटिंग का यह फैसला बताता है कि वह किस तरह से संतुलित और मैच विनिंग टीम बनाना चाहते थे। महेंद्र सिंह धोनी को टीम में जगह न देना शायद इस टीम का सबसे बड़ा सरप्राइज है। धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए कई अहम पारियां खेली हैं और बतौर कप्तान भी उन्हें काफी सफलता मिली। लेकिन पोंटिंग ने एडम गिलक्रिस्ट को तरजीह दी, जो उनके अपने दौर के साथी खिलाड़ी रहे हैं। गिलक्रिस्ट ने आक्रामक बैटिंग और शानदार विकेटकीपिंग से टेस्ट क्रिकेट में नया ट्रेंड सेट किया था। उनका स्ट्राइक रेट और विकेट के पीछे की चपलता उन्हें इस प्लेइंग 11 में जगह दिलाने में सफल रहे। हालांकि, धोनी फैंस के लिए यह फैसला थोड़ा चौंकाने वाला जरूर रहा।