इस समय इंग्लैंड और भारत के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेली जा रही है, जिसका चौथा मुकाबला मैनचेस्टर के ग्राउंड पर खेला जा रहा है। इस मुकाबले में कहीं ना कहीं भारत पीछे होता हुआ दिखाई दे रहा है, लेकिन भारत के खिलाड़ी ने खूब सुर्खियां बटोरी हैं। यह नाम है ऋषभ पंत का। ऋषभ पंत ने चोटिल होने के बावजूद मैदान पर टिकने का फैसला किया और शानदार अर्धशतक भी लगाया। ऋषभ पंत को सीधी बॉल पैर पर जाकर लगी थी, जिसके कारण उनका पैर चोटिल हो गया था।
हालांकि सोशल मीडिया पर ऋषभ पंत को लेकर फैंस ने खूब समर्थन किया। लोगों ने ऋषभ पंत के जज़्बे को सलाम किया, लेकिन इंग्लैंड के एक पूर्व क्रिकेटर ने ऋषभ पंत को लेकर विवादित बयान दिया। उनके मुताबिक, ऋषभ पंत ने नाटक किया और खेल का समय बर्बाद किया।
उन्होंने ऋषभ पंत को लेकर क्या कहा?
यह बयान इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड लॉयड ने दिया है। दरअसल, उन्होंने कहा कि ऋषभ पंत की चोट को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है। यह चोट इतनी भी गंभीर नहीं है। उन्होंने टॉक स्पोर्ट्स क्रिकेट से बातचीत के दौरान यह बात कही है। उन्होंने कहा कि मेरे पैर में कभी ‘मीठा टॉर्जन’ की चोट नहीं लगी, जो शायद किसी के पैर के किसी हिस्से में होती है। मैंने एड रोबोट के खिलाफ हाथ तुड़वाया था। एक बार मेरे गाल की हड्डी भी टूटी, उस समय मैं बैटिंग नहीं कर पाया था। हालांकि, उंगली टूटने पर मैंने खेल जारी रखा था। दरअसल, उनका कहना है कि ऋषभ पंत ज़रूर दर्द में दिख रहे थे, उनका बल्लेबाज़ी करना भी बहादुरी वाला काम है, लेकिन आज जब मैं लंच में था तो वहां मौजूद लोगों की राय थी कि ऋषभ पंत अपनी चोट का फायदा उठा रहे हैं।
मैं रनर के पक्ष में नहीं हूं!
दरअसल, डेविड लॉयड का कहना है कि कुछ लोगों ने यह भी कहा कि उन्हें टाइम आउट दे देना चाहिए था। हालांकि, इससे यह समझा जा सकता है कि डेविड लॉयड ऋषभ पंत की चोट को नाटक करार दे रहे हैं। बता दें कि ऋषभ पंत जब पहले दिन बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो क्रिस बॉक्स की गेंद सीधे उनके पैर पर जाकर लगी थी। उनके अंगूठे में फ्रैक्चर हो गया। ऋषभ पंत इतनी ज़्यादा दर्द में नजर आ रहे थे कि वह ठीक से चल भी नहीं पा रहे थे, जिसके कारण उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल भी ले जाया गया था। लेकिन अब इंग्लैंड के कई लोगों को यह लग रहा है कि ऋषभ पंत ने नाटक किया है। डेविड लॉयड के मुताबिक, अगर किसी खिलाड़ी को ऐसी चोट लगती है तो उसे सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी का विकल्प देना चाहिए। उनके मुताबिक, वे रनर के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन खिलाड़ी को रिप्लेस करने का नियम होना चाहिए।





