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Sat, Dec 20, 2025

रोहित शर्मा से नाराज हो गए थे उनके पिता! टेस्ट से संन्यास लेने के फैसले पर खुद रोहित ने किया बड़ा खुलासा

Written by:Rishabh Namdev
Published:
रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बताया कि उनके पिता गुरुनाथ शर्मा उनके फैसले से निराश थे क्योंकि उन्हें रेड बॉल क्रिकेट बेहद पसंद है। रोहित ने ये बातें पुजारा की पत्नी की किताब के लॉन्च पर कहीं, जिससे यह भी साफ हो गया कि उनके लिए टेस्ट से संन्यास लेना आसान फैसला नहीं था।
रोहित शर्मा से नाराज हो गए थे उनके पिता! टेस्ट से संन्यास लेने के फैसले पर खुद रोहित ने किया बड़ा खुलासा

भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा ने 7 मई को अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर सबको हैरान कर दिया था। सभी को उम्मीद थी कि इंग्लैंड दौरे पर वो कप्तानी करते नजर आएंगे, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने इस फॉर्मेट से विदाई ले ली। अब उन्होंने खुद पहली बार खुलासा किया कि उनके इस फैसले से उनके पिता नाराज हो गए थे। दरअसल, रोहित के पिता टेस्ट क्रिकेट के बड़े फैन हैं और उन्हें “नए जमाने” का क्रिकेट ज्यादा रास नहीं आता। ऐसे में बेटे का इस फॉर्मेट से हटना उनके लिए झटका था।

दरअसल मुंबई में हुए एक कार्यक्रम के दौरान रोहित शर्मा ने अपने पिता के टेस्ट क्रिकेट प्रेम के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि उनके पिता गुरुनाथ शर्मा एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते थे और उन्होंने हमेशा टेस्ट क्रिकेट को सबसे ऊपर रखा है। रोहित शर्मा ने कहा कि, “जब मैंने ODI में 264 रन बनाए थे तो वो सिर्फ बोले अच्छा खेला, बढ़िया। लेकिन जब मैं टेस्ट में 30 या 40 रन भी बनाता था तो वो मुझसे डिटेल में बात करते थे। टेस्ट क्रिकेट से उनका जुड़ाव ही कुछ ऐसा था।”

रोहित शर्मा का टेस्ट करियर

रोहित शर्मा ने बताया कि जब उन्होंने टेस्ट से रिटायरमेंट लेने का फैसला किया, तो उनके पिता थोड़े दुखी हुए। उन्होंने कहा, “मेरे पिता ने मेरा पूरा क्रिकेट सफर करीब से देखा है स्कूल क्रिकेट से लेकर अंडर-19, रणजी ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी, इंडिया A और फिर भारत की सीनियर टीम तक। वो मेरे करियर का अहम हिस्सा रहे हैं, और टेस्ट में मेरी हर इनिंग उनके लिए खास होती थी।” रोहित शर्मा ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और अपने पहले ही मैच में शतक जड़कर सबका ध्यान खींचा था। हालांकि उनका टेस्ट करियर शुरुआत में उतार-चढ़ाव भरा रहा। मिडल ऑर्डर में फ्लॉप होने के बाद जब उन्हें ओपनर बनाया गया, तब जाकर उनकी टेस्ट क्रिकेट में नई पारी शुरू हुई।

पिता का भावनात्मक जुड़ाव

दरअसल 2021-22 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ विदेश में शतक जड़कर उन्होंने साबित किया कि वो सिर्फ सीमित ओवरों के खिलाड़ी नहीं हैं। लेकिन हालिया समय में उनका प्रदर्शन गिरा था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में वो रन बनाने में संघर्ष कर रहे थे और अंतिम टेस्ट में टीम से बाहर भी कर दिए गए थे। इसके बाद कयास लगने लगे थे कि वो टेस्ट से संन्यास ले सकते हैं जो 7 मई को सच साबित हुआ। रोहित शर्मा ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें बचपन से ही लाल गेंद से खेलते देखा है। “वो रेड बॉल क्रिकेट की गंभीरता, तकनीक और संघर्ष को समझते हैं। उनके लिए टेस्ट क्रिकेट असली क्रिकेट है। ऐसे में जब मैंने रिटायरमेंट लिया, तो वो दुखी थे। लेकिन उन्होंने मेरे फैसले का सम्मान किया और कहा कि अगर मैंने सोच-समझकर ये कदम उठाया है, तो वो मेरे साथ हैं।”