इस भारतीय खिलाड़ी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से किया संन्यास का ऐलान, U-19 विश्व कप 2008 का रह चुका है हिस्सा

बाएं हाथ के बल्लेबाज सौरभ तिवारी ने अपना डेब्यू मैच पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2010 में खेला था। फिहलाल उन्हें भारतीय टीम में सिर्फ 3 मैचों में खेलने का मौका मिला था।

Shashank Baranwal
Published on -
Saurabh Tiwari

Saurabh Tiwari announce Retirement for International Cricket: भारतीय टीम के खिलाड़ी सौरभ तिवारी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया है। 34 वर्षीय सौरभ तिवारी भारत के लिए महज 3 वनडे मैच खेले थे। जिसके बाद उन्हों भारतीय टीम में जगह नहीं पाई थी। वहीं 12 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा कह दिया है।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था डेब्यू मैच

बाएं हाथ के बल्लेबाज सौरभ तिवारी ने अपना डेब्यू मैच पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2010 में खेला था। फिहलाल उन्हें भारतीय टीम में सिर्फ 3 मैचों में खेलने का मौका मिला था। इस दौरान सौरभ ने महज 49 रन ही बनाए थे।

U-19 विश्व कप 2008 के रह चुके हैं हिस्सा

विराट कोहली की कप्तानी में U-19 विश्व कप 2008 का मुकाबला जीता था। वहीं सौरभ तिवारी U-19 विश्व कप का हिस्सा रह चुके हैं। आपको बता दें उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था। वहीं इस मुकाबले के बाद सौरभ को दोबारा भारतीय टीम में जगह नहीं मिल पाई।

मुंबई इंडियंस से किया था IPL में डेब्यू

सौरभ तिवारी ने साल 2008 में IPL में डेब्यू किया था। इस दौरान उन्होंने मुंबई इंडियंस की तरफ खेला था। IPL में सौरभ ने कुल 93 मैच खेले थे। जहां 1494 रन बनाए थे। आपको बता दें सौरभ तिवारी ने रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लौर, दिल्ली डेयरडेविल्स और राइजिंग पूणे सुपरजॉएंट्स की तरफ से खेल चुके हैं। वहीं साल 2021 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपना आखिरी IPL मैच खेला था।

फर्स्ट क्लास मैच में ऐसा रहा है करियर

सौरभ तिवारी क फर्स्ट क्लास मैच कमाल का रहा है। उन्होंने कुल 115 फर्स्ट क्लास मैच खेला है। जिसमें 22 शतकीय पारी के साथ कुल 8030 रन बनाया है। वहीं लिस्ट- ए के कुल 116 मैच खेला है। जिसमें 6 शतकीय पारी के साथ 4050 रन बनाए हैं।


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News