इस समय भारतीय क्रिकेट में बड़ी उथल-पुथल मची हुई है। रोहित शर्मा के टेस्ट से संन्यास लेने के बाद अब टेस्ट कप्तानी के दावेदारों में जंग छिड़ गई है। भारत का अगला टेस्ट कप्तान कौन होगा, इस पर चर्चाएं चल रही हैं। हालांकि फिलहाल तीन बड़े उम्मीदवार नजर आ रहे हैं, जिनमें जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल और केएल राहुल का नाम है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बड़े दिग्गजों का समर्थन जसप्रीत बुमराह को मिल रहा है। कई दिग्गज चाहते हैं कि जसप्रीत बुमराह ही भारतीय टीम की कप्तानी संभालें, जबकि शुभमन गिल उपकप्तान बने रहें। लेकिन यह बात भी सामने आ रही है कि बीसीसीआई का समर्थन शुभमन गिल को है।
दरअसल, भारत को जून में इंग्लैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज खेलनी है। बता दें कि जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड में 2022 में कप्तानी संभाल चुके हैं, ऐसे में वे इस दौड़ में सबसे आगे हैं। हाल ही में साल 2024-25 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भी जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाया गया था। बुमराह की कप्तानी में भारत ने एकमात्र जीत दर्ज की थी।

इस सीरीज के बाद मचा घमासान
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की यह सीरीज भारतीय टीम के लिए कई महीनों में अच्छी नहीं रही। रविचंद्रन अश्विन ने इस दौरे पर संन्यास का ऐलान किया। इसके बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए। माना जा रहा है कि यही सीरीज रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का कारण बनी। हालांकि अब रोहित शर्मा के संन्यास के ऐलान के बाद बुमराह को अगला कप्तान बनाने का समर्थन दिग्गजों द्वारा किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर शुभमन गिल इस रेस में आगे बताए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई का शुभमन गिल को समर्थन मिला हुआ है।
इन बड़े दिग्गजों का समर्थन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुमराह को पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर का समर्थन मिला है। वहीं मांजरेकर के अलावा सुनील गावस्कर और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाए जाने का समर्थन कर रहे हैं। अश्विन का कहना है कि इंग्लैंड का दौरा करने वाली टीम एक बिल्कुल नई टीम होगी, ऐसे में बुमराह शायद सबसे सीनियर खिलाड़ी होंगे। जबकि सुनील गावस्कर की भी यही राय है। गावस्कर के मुताबिक जसप्रीत बुमराह ही सही कप्तान हैं। जसप्रीत बुमराह नंबर एक के गेंदबाज हैं, ऐसे में अगर वह कप्तान रहेंगे तो वह अतिरिक्त ओवर भी खुद फेंकना चाहेंगे, जो किसी भी स्थिति में विकेट लेने में सक्षम रहेंगे। बुमराह कप्तान रहेंगे तो समझेंगे कि कब खुद को लाना है और कब नहीं।