क्रिकेट के मैदान पर ही भिड़ गए साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाड़ी, छक्के के बाद हुई हाथापाई

ढाका में खेले जा रहे इमर्जिंग टीमों के मैच में बांग्लादेश के रिपन मंडल और साउथ अफ्रीका के त्शेपो न्तुली के बीच छक्के के बाद माहौल गरम हो गया। दरअसल दोनों खिलाड़ियों के बीच कहासुनी से बात धक्का-मुक्की और हाथापाई तक पहुंच गई। जिसके बाद अंपायरों और खिलाड़ियों ने बीच-बचाव किया, वहीं अब मामला बोर्ड तक पहुंच गया है।

बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका की इमर्जिंग टीमों के बीच चल रहे चार दिवसीय मैच में कुछ ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। दरअसल जब रिपन मंडल ने त्शेपो न्तुली की गेंद पर जोरदार छक्का लगाया, तो मामला इतना गरम हो गया कि दोनों खिलाड़ी मैदान पर ही भिड़ गए। बात सिर्फ नजरें मिलाने तक नहीं रही, बल्कि धक्का-मुक्की और हाथापाई तक जा पहुंची। यह घटना क्रिकेट की ‘जेंटलमैन गेम’ की छवि को धक्का पहुंचाती है। इसके बाद से ही अब इस मैच की चर्चा हो रही है।

दरअसल ढाका में खेला जा रहा यह मैच अब खेल से ज्यादा विवाद के लिए चर्चा में है। रिपन मंडल ने न्तुली की गेंद पर छक्का जड़ते ही उनकी ओर देखा, जो शायद न्तुली को अच्छा नहीं लगा। जिसके बाद वो गुस्से में उनकी तरफ दौड़ पड़े और दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। रिपन जैसे ही दूसरे छोर की ओर बढ़े, न्तुली उनके सामने आ गए। बहस तेज हुई और फिर दोनों ने एक-दूसरे को धक्का देना शुरू कर दिया।

अंपायरों ने मामले को शांत कराने की कोशिश की

दरअसल मामला इतना बढ़ गया कि अंपायरों ने मामले को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन दोनों खिलाड़ी काफी आक्रामक थे। ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक, न्तुली ने एक बार रिपन के हेलमेट पर भी हाथ मारा। इतना ही नहीं, तीन गेंद बाद न्तुली ने गेंद रिपन की तरफ तेजी से फेंकी, जिससे वो बल्ला आगे कर खुद को बचा सके। इस घटना ने मैच के माहौल को पूरी तरह बिगाड़ दिया। वहीं मैच रेफरी अब पूरी रिपोर्ट बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेट साउथ अफ्रीका को सौंपेंगे। माना जा रहा है कि दोनों खिलाड़ियों पर अनुशासन को लेकर कार्रवाई हो सकती है। हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका की इमर्जिंग टीमों के बीच किसी मैच में विवाद हुआ है। इससे पहले वनडे सीरीज के दौरान एंडिले सिमेलने और जिशान आलम के बीच कहासुनी हुई थी, जिसके चलते दोनों को एक-एक मैच के लिए सस्पेंड किया गया था।

स्लेजिंग और जोश तक ठीक रहता है लेकिन हाथापाई?

दरअसल क्रिकेट में स्लेजिंग और जोश का माहौल नई बात नहीं है, लेकिन जब मामला हाथापाई तक पहुंच जाए, तो खेल की मर्यादा टूटती है। खासकर जब बात इमर्जिंग खिलाड़ियों की हो, जिनका भविष्य अभी बन रहा है, तो ऐसे बर्ताव से उनके करियर पर बुरा असर पड़ सकता है। क्रिकेट बोर्ड्स के लिए यह एक चेतावनी भी है कि खिलाड़ियों की मेंटल ट्रेनिंग पर भी उतना ही ध्यान दिया जाए जितना स्किल्स पर दिया जाता है। इस समय क्रिकेट में कई बड़े टूर्नामेंट खेले जा रहे हैं। भारत में इस समय आईपीएल खेला जा रहा है। लेकिन अब तक आईपीएल में हाथापाई जैसा मामला आज तक सामने नहीं आया है। हालांकि मैदान पर कई बार खिलाड़ी में मन मुटाव देखने को मिला है।


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Rishabh Namdev

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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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