भारतीय बल्लेबाज सरफराज खान एक बार फिर टीम इंडिया से बाहर कर दिए गए हैं, इस बार इंग्लैंड दौरे के लिए चुनी गई टेस्ट टीम में उनका नाम नहीं है। जबकि फैंस और दिग्गज खिलाड़ियों को उम्मीद थी कि सरफराज को लगातार बेहतर प्रदर्शन के चलते मौका जरूर मिलेगा। दरअसल साल 2024 की शुरुआत में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू कर शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ भी उनका बल्ला बोला था। फिर भी इस बार चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया है, जिससे क्रिकेट के दिग्गज नाराज हो गए है।
दरअसल टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मशहूर कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने सरफराज खान को लेकर खुलकर अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि, “अगर आपने एक शतक मार भी दिया है तो अगले दिन उसे भूल जाना चाहिए और फिर से रन बनाने में जुट जाना चाहिए। आपको बार-बार साबित करना होता है कि आप ही इस जगह के हकदार हैं।”

सरफराज को लगातार खुद को साबित करना होगा: सुनील गावस्कर
वहीं सुनील गावस्कर का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी स्थान पक्का नहीं होता है। खासकर जब खिलाड़ी प्लेइंग 11 में हो और फिर भी मौका न मिले। ऐसे में उसे वो मानसिक रूप से परेशानी हो सकती है। लेकिन सरफराज को लगातार खुद को साबित करना होगा, चाहे वह घरेलू टूर्नामेंट हो या नेट्स में मेहनत कर रहे हों। उन्होंने यह भी कहा है कि कई बार खिलाड़ी टीम में होते हुए भी अगर मौका नहीं मिलता और टीम हार जाती है, तो उन्हीं को ड्रॉप कर दिया जाता है। हालाँकि इस दौरान सरफराज के बाहर होने से जितनी चर्चा हो रही है, उतनी ही सुर्खियां करुण नायर की वापसी ने भी बटोरी हैं।
करुण नायर को लेकर क्या बोले सुनील गावस्कर?
दरअसल आठ साल बाद टीम इंडिया में लौटे करुण नायर को लेकर सुनील गावस्कर ने कहा कि ये एक सोच-समझकर लिया गया फैसला है। उन्होंने जयदेव उनादकट की मिसाल देते हुए कहा कि जैसे उन्हें 13 साल बाद टेस्ट खेलने का मौका मिला, वैसे ही करुण ने भी घरेलू क्रिकेट में मेहनत की और काउंटी क्रिकेट का अनुभव उनके पक्ष में गया। करुण नायर ने साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा था लेकिन उसके बाद उन्हें लगातार मौके नहीं मिले। गावस्कर का कहना है कि सेलेक्शन कमिटी अब ऐसे खिलाड़ियों को देख रही है जिन्होंने फॉर्म और फिटनेस दोनों में मेहनत की है।