श्रेयस अय्यर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स (2024), दिल्ली कैपिटल्स (2020) और अब पंजाब किंग्स (2025) जैसी तीन अलग-अलग आईपीएल टीमें फाइनल तक पहुंच चुकी हैं। ये उपलब्धि उन्हें एक बेहतरीन लीडर साबित करती है। दरअसल इसी वजह से अब क्रिकेट फैंस और कई एक्सपर्ट्स अय्यर को टीम इंडिया का अगला कप्तान बनाने की मांग करने लगे हैं। लेकिन टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। दअरसल उनके मुताबिक, अभी शुभमन गिल को मौका देना जरूरी है और इस समय अय्यर की कप्तानी की चर्चा से गिल पर बेवजह का दबाव पड़ेगा।
दरअसल पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में साफ कहा कि शुभमन गिल इस वक्त टीम इंडिया के कप्तान हैं और उन्हें पूरा समर्थन मिलना चाहिए। गावस्कर के मुताबिक, “श्रेयस अय्यर अभी भारतीय टीम का हिस्सा ही नहीं हैं, तो उनकी कप्तानी की बात करना ही गलत है।” उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाजी से इंग्लैंड जैसे कठिन दौरे से पहले गिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है, जो किसी भी युवा कप्तान के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
श्रेयस अय्यर का T20 में दमदार प्रदर्शन
हालांकि सुनील गावस्कर ने यह भी स्पष्ट किया कि जब अय्यर टीम में वापस आएंगे और अच्छा प्रदर्शन करेंगे, तभी उनकी कप्तानी पर गंभीरता से बात की जानी चाहिए। फिलहाल गिल को टीम इंडिया के भविष्य का कप्तान माना जा रहा है, और बोर्ड उन्हें उसी दिशा में तैयार कर रहा है। बता दें कि आईपीएल 2025 के क्वालीफायर-2 में मुंबई इंडियंस के खिलाफ अय्यर की नाबाद 87 रन की पारी ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी थी। उन्होंने 41 गेंदों में 8 छक्के और 5 चौके जड़ते हुए टीम को 204 रन के बड़े लक्ष्य की ओर ले जाकर 2014 के बाद पहली बार पंजाब किंग्स को फाइनल में पहुंचा दिया। हालांकि अय्यर पंजाब को पहला खिताब नहीं जीता पाए।
क्या भविष्य में अय्यर को बनाया जा सकता है कप्तान?
लेकिन इस शानदार प्रदर्शन के बाद से अय्यर को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई कि वह कप्तानी के सही हकदार हैं। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह भी है कि टी20 टीम की कप्तानी फिलहाल सूर्यकुमार यादव के पास है, टेस्ट में गिल और वनडे में अभी भी रोहित शर्मा कमान संभाल रहे हैं। ऐसे में टीम इंडिया में फिलहाल कप्तानी की कोई खाली जगह नहीं दिख रही है। हालांकि श्रेयस अय्यर की कप्तानी की काबिलियत में कोई शक नहीं है। अगर वो फिट रहते हैं और टेस्ट या वनडे टीम में वापसी करते हैं, तो उन्हें भविष्य में कप्तानी का दावेदार जरूर माना जा सकता है।





