भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का चौथा मैच अब शुरू होने वाला है लेकिन टीम इंडिया के लिए नंबर 3 बल्लेबाजी पोजीशन अब भी सबसे बड़ी परेशानी बनी हुई है। शुभमन गिल के नंबर 4 पर स्थायी रूप से खेलने के बाद से यह जगह लगातार खाली नजर आई है। पहले तीन मैचों में टीम ने साई सुदर्शन और करूण नायर को आजमाया। लेकिन दोनों ही इस चुनौती पर खरे नहीं उतर सके।
असल में पहले टेस्ट में साई सुदर्शन को मौका मिला था। लेकिन वे 0 और 30 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए। इसके बाद करूण नायर को अगले मैचों में आजमाया गया लेकिन छह पारियों में 0, 20, 31, 26, 40 और 14 के मामूली स्कोर ही बना सके। इस असफलता ने बल्लेबाजी क्रम की स्थिरता को तोड़ दिया और अब उनके टेस्ट करियर पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
ध्रुव जुरेल जैसा विस्फोटक और भरोसेमंद विकल्प मौजूद
एक्सपर्ट्स का मानना है कि कम से कम इस दौरे के लिए तो टीम इंडिया के पास ध्रुव जुरेल जैसा विस्फोटक और भरोसेमंद विकल्प मौजूद है। जो नंबर 3 की इस जटिल समस्या का समाधान बन सकते हैं। तकनीकी रूप से साउंड जुरेल न केवल लंबी पारी खेलने की काबिलियत रखते हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर मैच का रुख भी बदल सकते हैं। वे एक अच्छे विकेटकीपर भी हैं, जिससे टीम को एक अतिरिक्त विकल्प मिलता है।
पिछले साल फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट में उन्होंने 90 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी। जब भारत मुश्किल स्थिति में था। 161/5 के स्कोर पर जब टीम लड़खड़ा रही थी तब जुरेल ने 149 गेंदों में 6 चौके और 4 छक्कों के साथ 90 रन बनाए और भारत को जीत की पटरी पर वापस लाया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भी चुना गया था।
आजमाया क्यों नहीं जा रहा?
इतना ही नहीं ध्रुव जुरेल ने अब तक भारत के लिए 4 टेस्ट में 40.40 की औसत से 202 रन बनाए हैं और विकेट के पीछे 8 शिकार भी किए हैं। उनकी तकनीक नंबर 3 के लिए एक आदर्श विकल्प हैं। ऐसे में सवाल यही है जब जुरेल रुपी ‘दवा’ टीम के पास मौजूद है तो फिर उसे आजमाया क्यों नहीं जा रहा? कम से कम इस दौरे पर तो उन्हें आजमाया जा सकता है





