आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ रुपये की बोली लगाकर Vaibhav Suryavanshi को अपनी टीम में शामिल किया था। उन्होंने इस मौके को बखूबी इस्तेमाल भी किया और शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि क्या IPL 2026 में भी वो इसी टीम का हिस्सा बने रहेंगे? दरअसल, आईपीएल के मिनी ऑक्शन और ट्रेड विंडो से जुड़ा एक नियम इस चर्चा को हवा दे रहा है। इस नियम के चलते कोई भी खिलाड़ी बिना मेगा ऑक्शन के भी टीम बदल सकता है।
IPL का मिनी ऑक्शन हर साल होता है, जबकि मेगा ऑक्शन हर तीन साल में एक बार आता है। मिनी ऑक्शन में कोई निश्चित सीमा नहीं होती कि टीम कितने खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है। टीमें अपनी जरूरत और रणनीति के अनुसार खिलाड़ियों को रिटेन या रिलीज कर सकती हैं।

चाहकर भी वैभव को नहीं खरीद पाएगी टीम?
दरअसल अगर कोई टीम किसी खिलाड़ी को रिटेन नहीं करती, तो वह ऑक्शन पूल में चला जाता है, जहां बाकी टीमें उसे खरीद सकती हैं। यही वो पॉइंट है जहां Vaibhav Suryavanshi को लेकर कन्फ्यूजन पैदा हो रहा है। राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें अगर रिटेन नहीं किया, तो वे IPL 2026 के मिनी ऑक्शन में शामिल हो जाएंगे। और अगर किसी दूसरी टीम ने उन्हें खरीद लिया, तो राजस्थान रॉयल्स के पास RTM (Right to Match) कार्ड का विकल्प नहीं होगा। यानी वो चाहकर भी खिलाड़ी को दोबारा नहीं खरीद सकती।
ऑक्शन के अलावा एक और सिस्टम
IPL में मिनी ऑक्शन के अलावा एक और सिस्टम है जिसे कहते हैं “ट्रेड विंडो”। इस विंडो में टीमें आपस में खिलाड़ियों की अदला-बदली कर सकती हैं। ट्रेड विंडो दो बार खुलती है पहली बार सीजन खत्म होने के एक महीने बाद से लेकर मिनी ऑक्शन से एक हफ्ते पहले तक और दूसरी बार मिनी ऑक्शन के बाद से लेकर अगले सीजन के शुरू होने तक। अगर कोई टीम Vaibhav Suryavanshi के खेल से प्रभावित होकर उन्हें अपने खेमे में लेना चाहे, तो वो ट्रेड विंडो में राजस्थान रॉयल्स से बातचीत कर सकती है। पहले भी ऐसे कई उदाहरण हैं जहां बड़े-बड़े खिलाड़ी जैसे कि ट्रेंट बोल्ट, अजिंक्य रहाणे, ट्रेड सिस्टम के जरिए अपनी टीम बदल चुके हैं।