आज हम आपको भारत के यंगेस्ट स्टार्स के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने छोटी सी उम्र में बड़ी कामयाबी हासिल की और दुनिया में अपना परचम फहराया। वैभव सूर्यवंशी ने हाल ही में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए गुजरात टाइटंस के खिलाफ शतक लगाया, तो पूरी दुनिया झूम उठी। इसी तरह भारत के दूसरे खेलों में भी छोटी उम्र में खिलाड़ियों ने कमाल किया, तो दुनिया ने उनकी जमकर तारीफ की।
डी गुकेश ने मात्र 18 साल में रच दिया इतिहास
भारत के 18 साल के यंग बॉय गुकेश डोमराजू दुनिया के सबसे कम उम्र के के चैंपियन बने। उन्होंने अपनी स्कूलिंग पूरी करने के बाद ही शतरंज की दुनिया का बादशाह बनने का बड़ा कारनामा कर दिखाया। पूरी दुनिया में दी गुकेश की चर्चा छा गई। उन्हें के ग्रैंडमास्टर के नाम से भी जाना जाने लगा। बता दें कि के चैंपियन बनने के बाद दी गुकेश को लगभग 21 करोड़ रुपए से ज्यादा का प्राइज फंड दिया गया।

उन्नति हुड्डा ने भारत को दिलाई अलग पहचान
भारत की 14 वर्षीय बेटी उन्नति हुड्डा ने वैश्विक मंच पर भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने बड़े मंच पर अपने हुनर की चमक दिखाई। उन्नति हुड्डा ने ओडिशा ओपन 2022 जीतने के बाद इतिहास रच दिया। उन्होंने सुपर हंड्रेड BWF वर्ल्ड टूर खिताब जीतने का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने सबसे कम उम्र में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में पहचान बनाई। वैभव सूर्यवंशी के अलावा देवों की तरह उन्नति हुड्डा जैसे खिलाड़ी भी भारत के पास हैं।
आर प्रज्ञानानंदा
चेस के ही एक और ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा को कौन नहीं जानता। उन्होंने मात्र 18 साल की उम्र में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को क्लासिकल गेम में हरा दिया और दुनिया भर में भारत का नाम रोशन कर दिया। आज आर प्रज्ञानानंदा का चेस की दुनिया में बड़ा नाम है, जिन्हें भारत का बच्चा-बच्चा जानता है।
शेफाली वर्मा का रिकॉर्ड भी याद रखें
बता दें कि क्रिकेट की दुनिया से ही एक और खिलाड़ी ने बहुत ही छोटी उम्र में बड़ा कारनामा कर दिखाया था। जिस प्रकार वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में छोटी सी उम्र में मैच खेलने का रिकॉर्ड बनाया, वैसे ही भारत की बेटी शेफाली वर्मा ने मात्र 15 साल की उम्र में महिला क्रिकेट में डेब्यू किया और 17 साल की उम्र में तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करने वाली सबसे युवा भारतीय बनीं। इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए 2000 से भी ज्यादा T20 रन बनाकर सबसे छोटी उम्र में यह रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया।
मनु भाकर का अद्भुत रिकॉर्ड
इतना ही नहीं, भारत की एक और बेटी ने छोटी सी उम्र में भारत को वैश्विक मंच पर रोशन कर दिया। दरअसल, मनु भाकर ने मात्र 16 साल की उम्र में आईएसएसएफ विश्व कप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। वह ऐसा करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय खिलाड़ी बन गईं। इसके अलावा उन्होंने मिक्स्ड डबल्स इवेंट में अपने पार्टनर ओम प्रकाश मिथरवाल के साथ मिलकर भी गोल्ड मेडल जीता।